पति-पत्नी का एक साथ उठा जनाजा
-बिलरियागंज कस्बे में दिन भर होती रही मौत की चर्चा -पति की मौत का सदमा बर्दाश्त न कर सकीं अफ
-बिलरियागंज कस्बे में दिन भर होती रही मौत की चर्चा
-पति की मौत का सदमा बर्दाश्त न कर सकीं अफसरी
जागरण संवाददाता, बिलरियागंज (आजमगढ़): साथ जीएंगे, साथ मरेंगे की बातें तो होती रहती हैं, लेकिन बिलरियागंज कस्बे में ऐसा होते सबने देखा, जब पति-पत्नी का जनाजा एक साथ उठा।
परिवार सहित कस्बे में दोनों की एक साथ मौत को लेकर दिन भर चर्चा होती रही। दोपहर बाद दोनों को स्वजन ने सिपुर्द-ए-खाक कर दिया।
कस्बे के अयूब नगर निवासी अबू सहमा (70) लंबे समय से बीमार चल रहे थे। स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज कराया जा रहा था। सोमवार की सुबह नौ बजे उन्होंने स्वजन के बीच अंतिम सांस ली। उनकी पत्नी अफसरी (40) पति की मौत का सदमा बर्दाश्त न कर सकीं और कुछ ही देर बाद हृदय गति रुक जाने से उनकी भी मौत हो गई। अफसरी उनकी दूसरी पत्नी थीं और उनके पास कोई संतान नहीं थी। वहीं पहली पत्नी से एक पुत्र यासिर (18) है। दोपहर बाद दोनों शव को परंपरा के अनुसार सिपुर्द-ए-खाक कर दिया गया।