मेडिकल कॉलेज में हर दिन 2500 के सापेक्ष सौ फीसद जांच

-जिले के अलावा मऊ से भी भेजे जाते हैं हजार सैंपल -लैब इंचार्ज के साथ दो ट्यूटर व 11 टेक्नीि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 08:01 PM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 08:01 PM (IST)
मेडिकल कॉलेज में हर दिन 2500 के सापेक्ष सौ फीसद जांच
मेडिकल कॉलेज में हर दिन 2500 के सापेक्ष सौ फीसद जांच

-जिले के अलावा मऊ से भी भेजे जाते हैं हजार सैंपल

-लैब इंचार्ज के साथ दो ट्यूटर व 11 टेक्नीशियन कार्यरत

जागरण संवाददाता, चक्रपानपुर (आजमगढ़) : शासन द्वारा कोविड-19 मरीजों के लिए समर्पित एल-3 श्रेणी का राजकीय मेडिकल कॉलेज व सुपर फैसिलिटी अस्पताल एक बार फिर कोरोना मरीजों के लिए पूरी तरह से सक्रिय दिख रहा है। यहां ढाई हजार के सापेक्ष सौ फीसद सैंपल की जांच पूरी की जा रही है।

माइक्रोबायोलॉजी विभाग में स्थापित बीएसएल-2 (आरटीपीसीआर) लैब में प्रतिदिन 2500 लोगों के कोरोना संक्रमण की जांच की क्षमता है। जांच के लिए प्रतिदिन आजमगढ़ से 1000 से 1500 के बीच सैंपल आता है और लगभग इतना ही सैंपल मऊ जनपद से भी आता है। जांच के लिए माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉक्टर प्रतीक्षा श्रीवास्तव, लैब इंचार्ज डॉक्टर आतोष त्रिपाठी, दो माइक्रोबायोलॉजिस्ट तथा दो ट्यूटर के साथ जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा चयनित 11 टेक्नीशियन हैं। लैब इंचार्ज डॉक्टर आतोष त्रिपाठी ने बताया कि प्रतिदिन दो शिफ्ट में जांच होती है। पहली शिफ्ट सुबह नौ बजे से लेकर शाम पांच बजे तक तथा दूसरी शिफ्ट में शाम चार बजे से लेकर रात 12 बजे तक काम किया जाता है। आवश्यकता पड़ने पर रात दो बजे तक भी जांच किया जाता है। डॉक्टर त्रिपाठी ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में सैंपलिग की व्यवस्था नहीं है। जिला मुख्यालय पर स्थित मंडलीय चिकित्सालय से यहां सैंपल लाया जाता है और संबंधित को उसकी रिसीविग दे दी जाती है। जांच के लिए फिजिकली के साथ पोर्टल पर भी सैंपल होना आवश्यक है। जो सैंपल पोर्टल पर नहीं होते हैं उनको रिजेक्ट कर दिया जाता है। जांच की रिपोर्ट शासन द्वारा मॉनिटर किए जाने वाले कोविड-19 पोर्टल पर उपलब्ध करा दी जाती है। रिपोर्ट आने में 8 से 12 घंटे का समय लगता है। यदि रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उसमें दो घंटे का अतिरिक्त समय लग जाता है।

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