प्रकृति में विद्यमान सूक्ष्मजीवों में बहुत ताकत : डा. डीपी सिंह

आजमगढ़ प्रकृति में विद्यमान सूक्ष्मजीवों में इतनी ताकत है जिसका अनुमान आमतौर पर आम लोग नहीं लगा सकते। यह जानकारी भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अंतर्गत कार्यरत राष्ट्रीय कृषि उपयोगी सूक्ष्म जीव ब्यूरो कुसमौर मऊ के प्रधान वैज्ञानिक व परियोजना के मुख्य अन्वेषक डा. डीपी सिंह ने दी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Nov 2019 06:14 PM (IST) Updated:Mon, 18 Nov 2019 06:14 PM (IST)
प्रकृति में विद्यमान सूक्ष्मजीवों में बहुत ताकत : डा. डीपी सिंह
प्रकृति में विद्यमान सूक्ष्मजीवों में बहुत ताकत : डा. डीपी सिंह

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : प्रकृति में विद्यमान सूक्ष्मजीवों में इतनी ताकत है जिसका अनुमान आमतौर पर आम लोग नहीं लगा सकते। यह जानकारी भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अंतर्गत कार्यरत राष्ट्रीय कृषि उपयोगी सूक्ष्म जीव ब्यूरो, कुसमौर, मऊ के प्रधान वैज्ञानिक व परियोजना के मुख्य अन्वेषक डा. डीपी सिंह ने दी।

उन्होंने बताया कि बायोटेक किसान हब परियोजना भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा प्रायोजित की गई है। इसके अंतर्गत आजमगढ़, मऊ, बलिया व गाजीपुर के 25 युवा बेरोजगारों के लिए पांच दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन कुसमौर में किया गया है। इस क्रम में प्रशिक्षणार्थियों को प्रायोगिक जानकारी देने के लिए जय भारत नर्सरी, हाफिजपुर पर प्रक्षेत्र भ्रमण कराया गया। बायोटेक किसान परियोजना में कृषि विज्ञान केंद्र आजमगढ़ भी सहयोगी संस्थान के रूप में कार्य कर रहा है। केवीके के अध्यक्ष डा. केएम सिंह ने प्रतिभागियों को कृषि आधारित लघु उद्योग स्थापित करने के लिए प्रेरित किया। परियोजना के सह प्रभारी व केवीके के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. रुद्र प्रताप सिंह ने बताया कि सूक्ष्मजीवों के बारे में किसानों को जागरूक किया जा रहा है। डा. संजय गोस्वामी ने मृदा स्वास्थ्य के जैविक और रासायनिक पहलुओं, मिट्टी के परीक्षण के वैज्ञानिक पहलू आदि की जानकारी दी। कार्यक्रम में प्रगतिशील किसान वंश गोपाल सिंह, रणविजय सिंह, राम नगीना सिंह, सुधीर, विवेक, अजय, तेज प्रताप, अखिलेश प्रताप आदि थे।

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