'धरती के भगवान' भी आक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी में शामिल!

जागरण संवाददाता आजमगढ़ कोरोना जैसी आपदा को अवसर में बदलकर जिले में आक्सीजन सिलेंडर

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 05:40 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 05:40 PM (IST)
'धरती के भगवान' भी आक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी में शामिल!
'धरती के भगवान' भी आक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी में शामिल!

जागरण संवाददाता, आजमगढ़: कोरोना जैसी आपदा को अवसर में बदलकर जिले में आक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी में धरती के भगवान कहे जाने वाले कतिपय निजी अस्पतालों के लगभग एक दर्जन डॉक्टर भी शामिल हैं। इसकी जानकारी कंधरापुर थाना के सिलनी निवासी लाइसेंसी वेंडर रिजवान ने गिरफ्तारी के बाद अधिकारियों को पूछताछ में दी। अब संबंधित डाक्टरों की कुंडली खंगाली जा रही है, जो आक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी में शामिल थे।

कंधरापुर थाना के सिलनी निवासी रिजवान का एक आडियो वायरल हुआ था, जिसे डीएम राजेश कुमार ने संज्ञान में लिया। उनके निर्देश पर कंधरापुर थाने की पुलिस ने छापेमारी की तो 68 जंबो आक्सीजन के सिलेंडर बरामद किए गए। पुलिस की सूचना पर सहायक आयुक्त औषधि मनु शंकर व ड्रग इंस्पेक्टर अरविद कुमार भी पहुंचे। ड्रग इंपेक्टर की तहरीर पर कंधरापुर थाने की पुलिस ने रिजवान को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ कालाबाजारी सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि शहर के अलावा फूलपुर, जीयनपुर, बिलरियागंज सहित आसपास के कई निजी अस्पतालों के डॉक्टर पर्ची पर मरीज के नाम व पता लिखचकर आक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति के लिए देते थे। उसकी आड़ में रिजवान भी फायदा उठाकर 10 हजार रुपये में जंबो और एक हजार रुपये में छोटा सिलेंडर बेचने लगा। अब देखना है कि प्रशासन संबंधित कतिपय डाक्टरों की जांच कर क्या कार्रवाई करता है।

----------

वर्जन--थानाध्यक्ष कंधरापुर

''रिजवान के घर से आक्सीजन सिलेंडर की बरामदगी के बाद उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से वल सलाखों के पीछे पहुंच गया है। कई निजी अस्पतालों के डाक्टरों के नाम भी सामने आए हैं, जिसकी जांच प्रशासनिक स्तर पर चल रही है। विवेचना के दौरान संबंधित डाक्टरों का नाम शामिल कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

--दिनेश कुमार सिंह, थानाध्यक्ष, कंधरापुर।

----------

वर्जन--सहायक आयुक्त औषधि

''वेंडर रिजवान ने पूछताछ में बताया कि उसके स्थानीय और कई बाजारों के निजी अस्पतालों के डाक्टर मरीज के नाम की पर्ची लिखकर देते थे, जिस पर वह आपूर्ति करता था। उन्हीं डाक्टरों की पर्ची की आड़ में वह भी आक्सीजन सिलेंडर की कालाबारी करने लगा।

-मनु शंकर, सहायक आयुक्त औषधि, आजमगढ़।

chat bot
आपका साथी