राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में 40 रोगों का फ्री इलाज

आजमगढ़ राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत शून्य से लेकर 19 साल तक बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर 40 तरह के रोगों का फ्री में इलाज किया जा रहा है। इसमें दिल में छेद पीठ पर कूबड़ जैसा होने (एक केंद्रीय तंत्रिकातंत्र की बीमारी) कटे होठ-तालू व टेड़े पैर तक का इलाज होता है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Feb 2020 05:26 PM (IST) Updated:Fri, 21 Feb 2020 05:26 PM (IST)
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में 40 रोगों का फ्री इलाज
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में 40 रोगों का फ्री इलाज

जासं, आजमगढ़ : राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत शून्य से लेकर 19 साल तक बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर 40 तरह के रोगों का फ्री में इलाज किया जा रहा है। इसमें दिल में छेद, पीठ पर कूबड़ जैसा होने (एक केंद्रीय तंत्रिकातंत्र की बीमारी), कटे होठ-तालू व टेड़े पैर तक का इलाज शामिल है। सामान्य तौर पर 50 हजार से लेकर 4.50 लाख रुपये तक खर्च हो जाते हैं। इसका इलाज ब्लाक स्तर से मेडिकल कालेज तक फ्री कराया जाता है। डीइआइसी मैनेजर डा. आरिफ जमाल ने बताया कि वित्तीय सत्र में तीन बच्चों के दिल में छेद का फ्री इलाज हुआ है। एक का किग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय लखनऊ एवं दो अन्य का हरियाणा के पलवल में इलाज हुआ। 54 मामले टेढ़े पैर के रहे, जिनमें प्लास्टर, जूते व आपरेशन मंडलीय जिला चिकित्सालय आजमगढ़ में कराया गया। 34 कटे होठ व तालू के थे, जिनका इलाज हुआ। कूबड़ के दो बच्चों का बीएचयू वाराणसी में इलाज हुआ।

-----------

इनसेट---

इनका हुआ इलाज

-वर्ष 2018 में ठेकमा के गोलू के दिल में छेद का इलाज किग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय लखनऊ में कराया गया। वर्ष 2019 में मिर्जापुर ब्लाक के संजरपुर मीरपुर के प्रियांशु के जन्मजात बहरापन का इलाज एसजीपीजीआइ लखनऊ में कराया गया। वह पूरी तरह से सुन और बोल रहा है। दिल में छेद के इलाज के लिए 13 फरवरी तक 42 लोगों के इलाज की प्रक्रिया चल रही थी।

-----------

क्या कहते हैं आंकड़े

-21 दिसंबर 2019 से 14 फरवरी 2020 तक 1031 लोगों का इलाज पूरा हो चुका है। जबकि 1463 लोगों का इलाज चल रहा है। वहीं 2391 बच्चे इलाज के लिए प्रतीक्षारत हैं।

chat bot
आपका साथी