बाढ़ प्रभावितों को आवास का आवंटित भूमि पर नहीं मिला कब्जा
उदासीनता - आवंटित जमीनों पर दबंगों व गोलबंद लोग कर रखे हैं अतिक्रमण - नायब तहसीलदार सगड
उदासीनता
- आवंटित जमीनों पर दबंगों व गोलबंद लोग कर रखे हैं अतिक्रमण
- नायब तहसीलदार सगड़ी को सौंपा ज्ञापन, मिला आश्वासन
जागरण संवाददाता, रौनापार (आजमगढ़): बाढ़ आपदा प्रभावित लोगों ने मंगलवार को सगड़ी तहसील पहुंचकर नायब तहसीलदार मयंक मिश्रा को ज्ञापन सौंपा। उनका कहना है कि लेखपाल ने आवास के लिए भूमि आवंटित किया। जिसका सीमांकन भी किया गया लेकिन अभी तक कब्जा नहीं दिया गया। भूमि पर दबंगों व गोलबंद लोग कब्जा किए हुए हैं। नायब तहसीलदार ने उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। सगड़ी तहसील क्षेत्र के कटान से विस्थापित हुए महुला गढ़वाल बांध के उत्तर बसे देवारा खास राजा गांव के 61 किसानों की भूमि और मकान बाढ़ के चलते सरयू नदी की धारा में विलीन हो गई थी। तहसील प्रशासन ने इन्हें बसाने के लिए भूमि पट्टा किया था, लेकिन अभी तक पट्टे की भूमि नहीं मिली पाई है। ऐसे में विस्थापित लोग दूसरे के घरों में रह कर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। 2019 से लेकर 2021 तक सरयू नदी की कटान से कुल 61 किसान भूमिहीन हुए, जो विस्थापित होकर अन्य जगहों पर जीवन यापन कर रहे हैं। इसमें भीम यादव, गब्बर यादव, निवास पटेल, गिरजा सिंह, राम सकल पटेल, रामानंद यादव, हरिश्चंद्र पटेल, जयराम पटेल ,विजय, जयकिशन सिंह, मुंशी लाल पटेल, प्रदीप यादव, लाल बहादुर, विश्वनाथ पटेल, राजेंद्र यादव, फूलमती देवी, बेनिया देवी, संजू यादव, गुलाब, विमल पटेल, झिनक, देवनारायण, अयोध्या, दयाराम पटेल आदि थे।