शौचालय निर्माण में 2.04 लाख की वित्तीय अनियमितता

- गोलमाल - ब्लाक लालगंज की ग्राम पंचायत नोनीपुर के पूर्व प्रधान व सचिव बराबर के दोषी -डीएम

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 05:30 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 05:30 PM (IST)
शौचालय निर्माण में 2.04 लाख की वित्तीय अनियमितता
शौचालय निर्माण में 2.04 लाख की वित्तीय अनियमितता

- गोलमाल :::

- ब्लाक लालगंज की ग्राम पंचायत नोनीपुर के पूर्व प्रधान व सचिव बराबर के दोषी

-डीएम ने पूर्व प्रधान को जारी किया कारण बताओ नोटिस

-15 दिन में स्पष्टीकरण न देने पर होगी वसूली की कार्रवाई जागरण संवाददाता, आजमगढ़: विकास खंड लालगंज की ग्राम पंचायत नोनीपुर उर्फ नई कोट में शौचालय निर्माण में व्यापक पैमाने पर वित्तीय अनियमितता की गई है। लाभार्थियों का शौचालय बना ही नहीं और मिलीभगत कर 2.04 लाख रुपये का गबन कर लिया गया। प्रकरण की जांच में पूर्व प्रधान व संबंधित सचिव दोषी पाए गए हैं। दोनों से आधी-आधी रकम की वसूली की जाएगी। जिलाधिकारी राजेश कुमार ने पूर्व प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। आदेश दिया है कि 15 दिन के अंदर साक्ष्य सहित स्पष्टीकरण डीपीआरओ कार्यालय में प्रस्तुत करें, अन्यथा गबन की गई धनराशि की वसूली की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।

ग्राम पंचायत नोनीपुर उर्फ नई कोट निवासी अनिल कुमार आदि ने जिलाधिकारी को शिकायती प्रार्थना पत्र दिया था। प्रकरण के जांच की जिम्मेदारी जिला गन्ना अधिकारी एवं अवर अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ब्लाक तरवां को दी गई थी। प्रस्तुत जांच आख्या में पाया गया कि आरती पत्नी मातबर, विजय पुत्र रामप्रसाद, पुष्पा पत्नी इंद्रासन, लखपत्ती पत्नी छेदीलाल, रामअधार पुत्र बनवारी, भितारा पत्नी गिल्लू, यशोदा पत्नी चंद्रबली, निशा पत्नी बेचूलाल, मुन्नी पत्नी नंदलाल, बच्चूलाल पुत्र झंटू, फूला पत्नी रामनयन, आशा पत्नी जयनाथ, सुशीला पत्नी अच्छेलाल, भगवानी पत्नी श्यामकेर, मीरा पत्नी राकेश व धनपत्ती को शौचालय निर्माण के लिए धनराशि दी ही नहीं गई। इस प्रकार 11 लाभार्थियों का प्रति लाभार्थी 12 हजार रुपये की दर से 13,200 रुपये की अनियमितता पूर्व प्रधान व संबंधित सचिव ने की है। जबकि मुन्ना पुत्र मतई के खाते में भी 12 हजार रुपये हस्तांतरित नहीं किए गए। निर्माण कार्य में पर्यवेक्षणीय दायित्व का निर्वहन पूर्व प्रधान व संबंधित सचिव ने नहीं किया। इस प्रकार 60 हजार रुपये, 1.32 लाख रुपये और 12 हजार रुपये सहित कुल 2.04 लाख रुपये की वित्तीय अनियमितता पूर्व प्रधान व संबंधित सचिव ने की है। इसके लिए दोनों बराबर के दोषी हैं।

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