किसानों को मिलेगा उथले, मध्यम व गहरे नलकूप योजना का लाभ

- सिचाई के बढ़ेंगे संसाधन - पीएम लघु सिचाई योजना के तहत जिले में 8000 बोरिग का लक्ष्य -

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 12:09 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 12:09 AM (IST)
किसानों को मिलेगा उथले, मध्यम व गहरे नलकूप योजना का लाभ
किसानों को मिलेगा उथले, मध्यम व गहरे नलकूप योजना का लाभ

- सिचाई के बढ़ेंगे संसाधन ::::

- पीएम लघु सिचाई योजना के तहत जिले में 8000 बोरिग का लक्ष्य

- मिलेगा अनुदान, लाभ के लिए आनलाइन कराना होगा पंजीकरण जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : किसानों को बेहतर सिचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार कई प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री लघु सिचाई योजना के अंतर्गत किसानों को बोरिग की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ही नलकूपों के लिए भी अनुदान दिया जाएगा। अब जिले में उथले, मध्यम एवं गहरे नलकूप योजना के तहत किसानों को लाभान्वित किया जाएगा। इसमें अलग-अलग तरह से अनुदान मिलेगा। जिले में आठ हजार बोरिग का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

वित्तीय वर्ष 2020-21 में जिले के पल्हनी और सठियांव ब्लाक को छोड़कर शेष 20 ब्लाकों के किसानों को मुख्यमंत्री लघु सिचाई योजना के अंतर्गत उथले बोरिग (30 मीटर तक), मध्यम गहरे नलकूप (30 से 60 मीटर तक) एवं गहरे नलकूप (90 मीटर तक) योजना के तहत लाभ दिया जाएगा। योजना का लाभ प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थी और किसान सुविधा पोर्टल पंजीकरण कराने वाले किसानों को ही लाभ मिलेगा। इसके लिए इच्छुक पात्र लाभार्थी को आनलाइन पंजीकरण कराना अनिवार्य है।

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अनुदान का निर्धारण ::::::

उथले बोरिग के लिए लघु कृषकों को 5,000 रुपये, सीमांत किसानों को 7,000 रुपये एवं अनुसूचित जाति के किसानों को 10,000 रुपये का अनुदान दिया जाएगा। मध्यम गहरे नलकूप योजना के तहत एक लाख ,53 हजार रूपये व गहरे नलकूप योजना में एक लाख, 78 हजार रुपये का अनुदान विद्युत कनेक्शन में छूट सहित दिया जाएगा।

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इच्छुक किसान नजदीकी जनसेवा केंद्र पर जाकर अपना फोटो, आधार कार्ड, खसरा खतौनी, पीएम किसान सम्मान निधि का पंजीकरण नंबर या किसान पारदर्शिता पोर्टल का पंजीकरण नंबर एवं विभागीय गाइडलाइन के अनुसार अपना पंजीकरण करा सकते हैं। पंजीकरण के बाद पंजीकरण फार्म का प्रिट आउट एवं अपलोड किए गए अन्य प्रपत्र सहित संबंधित ब्लाक के अवर अभियंता लघु सिचाई से संपर्क कर दे दें।

-सुधाकर सिंह, सहायक अभियंता लघु सिचाई।

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