हाथापाई के विरोध में कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने किया प्रदर्शन
= आक्रोश - बेमियादी धरने पर बैठे कर्मचारी वकीलों का नहीं करेंगे कोई काम -अधिवक्ता
= आक्रोश
- बेमियादी धरने पर बैठे कर्मचारी, वकीलों का नहीं करेंगे कोई काम
-अधिवक्ता की गिरफ्तारी तक आंदोलन जारी रखने की घोषण जागरण संवाददाता, रौनापार (आजमगढ़): मंगलवार को अधिवक्ता प्रतीश यादव द्वारा लेखपाल अमित सिंह के साथ की गई कथित हाथापाई को लेकर गुरुवार को कर्मचारी संयुक्त मोर्चा सगड़ी के सदस्यों ने तहसील परिसर में प्रदर्शन किया और वकील की गिरफ्तारी की मांग की। प्रदर्शन के बाद कर्मचारी तहसील परिसर में ही अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। धरने को संबोधित करते हुए लेखपाल संघ के अध्यक्ष उत्तम सिंह ने कहा कि सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
अधिवक्ता प्रतीश कुमार यादव ने जिस तरह से लेखपाल पर नियम विरुद्ध काम करने के लिए दबाव बनाया, वह किसी तरह से न्याय संगत नहीं है। न्यायिक प्रक्रिया के तहत वकील को अपना काम कराना चाहिए न कि मारपीट कर किसी को गलत काम करने के लिए मजबूर करना चाहिए।
लेखपाल संघ के वरिष्ठ सदस्य निजामुद्दीन ने कहा कि अधिवक्ता विद्वान कहे जाते हैं, लेकिन जो व्यवहार अधिवक्ता ने किया वह उनके पद के अनुरूप नहीं है। लेखपाल के साथ हुए अन्याय का विरोध किया जाएगा।
लेखपाल संघ के मंत्री अरुण कुमार गुप्ता ने कहा कि मंगलवार को ही वकील के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तहरीर कोतवाली जीयनपुर में दी गई, लेकिन अब तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया।हमारा आंदोलन लेखपाल के साथ मारपीट करने वाले वकील की गिरफ्तारी तक जारी रहेगा। विपिन सिंह ने कहा कि वकीलों ने जिस तरह से लेखपाल को अपमानित किया है वह उचित नहीं है। वकीलों का कोई काम सीधे लेखपाल नहीं करेंगे। प्रदर्शन और धरना सभा के पूर्व उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ सगड़ी, उत्तर प्रदेश मिनिस्टीरियल कर्मचारी संघ, उत्तर प्रदेश अमीन संघ एवं तहसील के समस्त कार्यालय एवं न्यायालय के कर्मचारियों की सभागार में बैठक हुई और धरना का निर्णय लिया गया। बैठक में राजकुमार सिंह, राम सागर सोनी, दीपक यादव, हरिकेश यादव, आशा, आकांक्षा यादव, अनीता चौहान, महेश यादव, संतोष सिंह, इंदू सिंह, अमित सिंह, आशुतोष झा, जनार्दन सिंह, नंदकिशोर, उदय प्रताप, मुन्ना राम आदि उपस्थित थे।