वल्नरेबिलिटी मै¨पग पर मंथन, मांगी रिपोर्ट

आजमगढ़ जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी व नवागत पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी ¨सह की उपस्थिति में शुक्रवार को लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2019 की तैयारी के संबंध में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक हुई। इस दौरान वल्नरेबिलिटी मै¨पग की समीक्षा की गई। साथ ही प्रोजेक्टर के माध्यम से वल्नरेबिलिटी मै¨पग के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Feb 2019 06:28 PM (IST) Updated:Sat, 23 Feb 2019 12:15 AM (IST)
वल्नरेबिलिटी मै¨पग पर मंथन, मांगी रिपोर्ट
वल्नरेबिलिटी मै¨पग पर मंथन, मांगी रिपोर्ट

आजमगढ़ : जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी व नवागत पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी ¨सह की उपस्थिति में शुक्रवार को लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2019 की तैयारी के संबंध में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक हुई। इस दौरान वल्नरेबिलिटी मै¨पग की समीक्षा की गई। साथ ही प्रोजेक्टर के माध्यम से वल्नरेबिलिटी मै¨पग के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई।

जिलाधिकारी ने कहा कि मतदेय स्थल वल्नरेबल व क्रिटिकल की श्रेणी में आता है। वल्नरेबिलिटी के अंतर्गत कोई भी मतदाता या मतदाता का समूह आ सकता है, जिसे किसी व्यक्ति विशेष द्वारा मतदान करने में बाधा पहुंचाना है। उन्होंने समस्त उप जिलाधिकारी व क्षेत्राधिकारी पुलिस और समस्त थानाध्यक्षों को निर्देशित किया कि वल्नरेबिलिटी मै¨पग का भौतिक सत्यापन कर वास्तविक रिपोर्ट दें। वल्नरेबिलिटी मै¨पग करते समय यह ध्यान रखें कि इसमें कौन-कौन लोग प्रभावित हो रहे हैं और किन-किन व्यक्तियों द्वारा मतदान करने में हस्तक्षेप किया जा रहा है। विस्तार से समीक्षा कर लें। नवागत पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी ¨सह ने सभी थानाध्यक्षों को निर्देशित किया कि जो मुकदमे लंबित हैं, उनकी थानावार सूची बनाकर उपलब्ध कराएं। समस्त सीओ को निर्देशित किया कि एसडीएम के साथ समन्वय बनाकर वल्नरेबिलिटी मै¨पग का भौतिक सत्यापन करते हुए वास्तविक डाटा उपलब्ध कराएं। खानापूर्ति से काम नहीं चलेगा। इस मौके पर एसपी ग्रामीण एनपी ¨सह, सभी एसडीएम व क्षेत्राधिकारी, संबंधित थानों के थानाध्यक्ष, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी बृजेश कुमार श्रीवास्तव थे। बूथों पर मूल सुविधाओं की दें रिपोर्ट : डीएम

जिलाधिकारी ने समस्त संबंधित सेक्टर मजिस्ट्रेटों एवं थानाध्यक्षों को निर्देशित किया कि 23 व 24 फरवरी को अपने से संबंधित क्षेत्र के प्रत्येक बूथ पर जाएं और उसका भौतिक सत्यापन करें। यह भी जांच करें कि बूथ के भवन में चहारदीवारी है या नहीं। शौचालय, बिजली, पानी, रैंप, फर्नीचर आदि की क्या व्यवस्था है। इस पर अपनी पूरी रिपोर्ट जल्द से जल्द उपलब्ध कराएं। साथ ही जिस मतदेय स्थलों पर शौचालय एवं शेड की व्यवस्था नहीं है, वहां संबंधित क्षेत्र के ग्राम प्रधान से मिलकर शौचालय व शेड की व्यवस्था कराना सुनिश्चित करें।

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