विश्वविद्यालय निर्माण में विलंब पर जनपदवासियों का प्रदर्शन
-बुलंद की आवाज -प्रबुद्धजनों ने एडीएम व अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा -शिलान्यास न होने प
-बुलंद की आवाज :::
-प्रबुद्धजनों ने एडीएम व अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा
-शिलान्यास न होने पर प्रशासनिक हीलाहवाली का आरोप
जागरण संवाददाता, आजमगढ़: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में शामिल आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय के निर्माण को लेकर शुक्रवार को विश्वविद्यालय अभियान के बैनर तले छात्रों और प्रबुद्धजन जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। एडीएम (एफआर) आजाद भगत सिंह व अतिरिक्त मजिस्ट्रेट धीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंपा।
कर्मचारी नेता गुलाब राय ने आरोप लगाया कि यशपालपुर आजमबांध गांव में विश्वविद्यालय के प्रस्तावित परिसर और उसके मुख्य मार्ग की भूमि का पूर्ण क्रय व अधिग्रहण किए बिना ही करोड़ों रुपये की मिट्टी पाटने का टेंडर किया जाना जनता के पैसे के बंदरबांट की ओर इशारा करता है। कांग्रेस नेता अरविद पाण्डेय ने कहा कि विश्वविद्यालय निर्माण के नाम पर जनता का करोड़ों रुपये पहले मोहब्बतपुर में भूमि क्रय के नाम पर बहाए गए और अब यशपालपुर आजमबांध में वही किया जा रहा है। संयोजक डा. सुजीत भूषण ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जिले को विश्वविद्यालय की सौगात दी लेकिन 2019 में विश्वविद्यालय की घोषणा के लगभग तीन वर्ष बाद भी शिलान्यास की स्थिति नहीं बन पाई है। इसके लिए स्थानीय खींचतान और प्रशासनिक हीलाहवाली ही जिम्मेदार है। सह संयोजक राकेश गांधी, शिक्षक नेता डा. प्रवेश सिंह, मिथिलेश पांडेय, सिनोद प्रजापति, राजीव विश्वकर्मा, विकास यादव, डा. लल्लन राय, अमित कुमार सिंह, शिवबोधन उपाध्याय आदि थे।