भारत में छल से युद्ध कहलाता है धर्मयुद्ध : मनोज जोशी

आजमगढ़ दिव्य प्रेम सेवा मिशन हरिद्वार की ईकाई द्वारा रविवार को राहुल सांकृत्यायन प्रेक्षागृह सभागार में ज्वलंत ऐतिहासिक नाटक चाणक्य की प्रस्तुति हुई। चाणक्य के किरदार में प्रख्यात कलाकार एवं रंगकर्मी पद्मश्री मनोज जोशी ने दर्शकों को ढाई घंटे बांधे रखा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Oct 2019 07:14 PM (IST) Updated:Mon, 21 Oct 2019 06:07 AM (IST)
भारत में छल से युद्ध कहलाता है धर्मयुद्ध : मनोज जोशी
भारत में छल से युद्ध कहलाता है धर्मयुद्ध : मनोज जोशी

जासं, आजमगढ़ : दिव्य प्रेम सेवा मिशन हरिद्वार इकाई द्वारा रविवार को राहुल प्रेक्षागृह में ऐतिहासिक नाटक चाणक्य की प्रस्तुति हुई। चाणक्य के किरदार में प्रख्यात कलाकार एवं रंगकर्मी पद्मश्री मनोज जोशी ने दर्शकों को ढाई घंटे बांधे रखा। नाटक में अपनी विद्वता से चाणक्य ने चंद्रगुप्त मौर्य से नंदवंश का नाश कराकर अखंड भारत का सपना पूरा किया। नाटक में ध्वनि स्टेज साज-सज्जा कहानी के साथ-साथ बदलती रही। चाणक्य ने चंद्रगुप्त को विजय दिलाने के लिए सारा अस्त्र अपनाया। नाटक में चंद्रगुप्त मौर्य को चाणक्य ने महाभारत के श्रीकृष्ण व अर्जुन संवाद की ही तरह पाठ पढ़ाया। 25 कलाकारों एवं अन्य सदस्यों ने अपनी प्रतिभा से नाटक को सफल बनाया।

पद्मश्री मनोज जोशी ने कहा कि जिस युद्ध में अनेकानेक छल किए गए हों उस युद्ध को भारतवर्ष में धर्मयुद्ध कहा गया है। राजा होना सुखी होने का मार्ग नहीं है। दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संस्थापक आशीष गौतम ने कहा कि जो बात कही जाए और उसे जीवन में न उतारा जाए तो उसे पाखंड कहते हैं। समाज के अभावग्रस्त लोगों के प्रति संवेदनशीलता होनी चाहिए। उन्होंने अपने मिशन और हरिद्वार में कुष्ठ रोगियों के लिए किए जा रहे कार्यों पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि इस नाटक के माध्यम से राष्ट्रवाद का संदेश दिया गया है। जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह ने सबसे पहले अखंड भारत की संकल्पना करने वाले चाणक्य, संस्कृति के लिए विवेकानंद को नमन किया। विधान परिषद सदस्य यशवंत सिंह ने अध्यक्षता की। इस मौके पर विजय बहादुर सिंह, एडीएम प्रशासन नरेंद्र सिंह, नपा अध्यक्ष शीला श्रीवास्तव, देवेंद्र सिंह, डा. माधुरी सिंह, डा. दिग्विजय सिंह राठौर, मिथिलेश सिंह, रवि श्रीवास्तव मौजूद थे।

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