चतुरंग नाट्योत्सव में उत्तर-मध्य क्षेत्र के कला का संगम

आजमगढ़: उत्तर-मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, प्रयागराज व जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान और 'सूत्रधार' संस्थान के विशेष सहयोग से 20 फरवरी से चार दिवसीय दिवसीय 'चतुरंग नाट्योत्सव'का आयोजन होने जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Feb 2019 12:46 AM (IST) Updated:Wed, 20 Feb 2019 12:46 AM (IST)
चतुरंग नाट्योत्सव में उत्तर-मध्य क्षेत्र के कला का संगम
चतुरंग नाट्योत्सव में उत्तर-मध्य क्षेत्र के कला का संगम

जासं, आजमगढ़ : उत्तर-मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, प्रयागराज व जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान और 'सूत्रधार' संस्थान के विशेष सहयोग से 20 फरवरी से चार दिवसीय दिवसीय 'चतुरंग नाट्योत्सव'का आयोजन होने जा रहा है।

शहर के शारदा टॉकीज में आयोजित होने वाले नाट्य समारोह के संयोजक वरिष्ठ रंगकर्मी अभिषेक पंडित ने बताया कि जिले के सक्रिय रंगकर्म का ही प्रभाव है कि केंद्र सरकार अपना इतना बड़ा आयोजन यहां करने जा रही है। समारोह के पहले दिन रंगसमूह पटना के कलाकारों द्वारा भोजपुरी साहित्य के शेक्सपियर कहे जाने वाले भिखारी ठाकुर के चर्चित नाटक 'गबरघिचोर' का मंचन युवा निर्देशक स्वरम उपाध्याय के निर्देशन में किया जाएगा। दूसरे दिन सायकलोनॉरमा, नई दिल्ली के कलाकारों द्वारा दिलीप गुप्ता के निर्देशन में संगीतमय नाटक 'नेटुआ', तीसरे दिन इंद्रावती नाट्य समिति, सीधी,मध्य प्रदेश के कलाकारों द्वारा करुणा ¨सह के निर्देशन में नाटक 'छाहूर' और समारोह के चौथे व अंतिम दिन दिन 'सूत्रधार' द्वारा मुंशी प्रेमचंद की प्रसिद्ध कहानी 'बूढ़ी काकी' का मंचन अभिषेक पंडित के निर्देशन में होगा। इस मौके पर केंद्र निदेशक इंद्रजीत ग्रोवर व कार्यक्रम अधिकारी पुन:प्रकाश मौजूद रहेंगे।

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