मंडलीय अस्पताल में घायल व्यक्ति को नहीं किया भर्ती

- दावे नाकाफी -सोमवार की देर रात निजी अस्पताल में हुआ ऑपरेशन तो बची जान -ऑक्सीजन समेत क

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Apr 2021 07:03 PM (IST) Updated:Tue, 27 Apr 2021 07:03 PM (IST)
मंडलीय अस्पताल में घायल व्यक्ति को नहीं किया भर्ती
मंडलीय अस्पताल में घायल व्यक्ति को नहीं किया भर्ती

- दावे नाकाफी

-सोमवार की देर रात निजी अस्पताल में हुआ ऑपरेशन तो बची जान

-ऑक्सीजन समेत कई संसाधन न होने का बहाना बनाते रहे स्वास्थकर्मी जागरण संवाददाता, बलरामपुर (आजमगढ़) : जिले में इमरजेंसी सेवाएं सुचारु करने के दावे सोमवार की रात मंडलीय अस्पताल में ही दम तोड़ते नजर आए। सड़क हादसे में गंभीर घायल युवक को इमरजेंसी सेवा में भर्ती करने के बजाए उसे संसाधनों की कमी बताते हुए बैरंग कर दिया गया। परेशान स्वजन युवक की जान बचाने को निजी अस्पताल में लेकर भागे तो देर रात ऑपरेशन के बाद युवक की जान बच सकी। मंडलीय अस्पताल की अव्यवस्था को बुधवार को पूरे दिन सुर्खियों में बनी रही।

गंभीरपुर क्षेत्र के गोमाडीह गांव निवासी रौनक रॉय (22) पुत्र बालमुकुंद राय गांव के ही संदीप रॉय (35) पुत्र मुरलीधर राय के साथ सोमवार को बाइक से एक शादी समारोह में शिरकत करने लालगंज गए थे। वहां से रात में लौटने के दौरान मई खरगपुर के निकट हाईवे पर आजमगढ़ से वाराणसी की ओर जा रहे ट्रक ने बाइक में जोरदार टक्कर मार दिया। आमने-सामने की टक्कर में रौनक की मौके पर ही मौत हो गई थी। हो-हल्ला मचा तो गंभीर रूप से घायल संदीप को लेकर स्वजन पहले लालगंज पहुंचे। वहां प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टर ने घायल युवक को मंडलीय अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। गोमाडीह गांव के पूर्व प्रधान रमेश राय ने बताया कि मंडलीय अस्पताल में भर्ती करने के बजाए कई तरह के बहाने बनाए जाने लगे। उनसे उलझने का मतलब अपने मरीज की जान संकट में डालना था। ऐसे में हमलोग एक निजी अस्पतला में ले गए, जहां देर रात ऑपरेशन के बाद संदीप की स्थिति में सुधार होने लगा।

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