सीसी कैमरे से होगी कटान की निगरानी
- घाघरा नदी -गांगेपुर में नहीं थम रहा कृषि भूमि के विलीन होने का सिलसिला -जलस्तर में 22
- घाघरा नदी
-गांगेपुर में नहीं थम रहा कृषि भूमि के विलीन होने का सिलसिला
-जलस्तर में 22 सेंटीमीटर की कमी के बाद भी खतरा बरकरार जागरण संवाददाता, सगड़ी (आजमगढ़): जनाब अब तक तो घाघरा की विनाशलीला से देवारा क्षेत्र को बचाने के लिए कोई ठोस इंतजाम नहीं किया जा सका, लेकिन अबकी बार उसकी विनाशलीला सीसी कैमरे में कैद करने की व्यवस्था जरूर कर ली गई है।
वैसे चार दिनों से जलस्तर में निरंतर कमी दर्ज की जा रही है, लेकिन खतरा अभी भी समाप्त नहीं हुआ है। कृषि भूमि हर दिन नदी की धारा में विलीन हो रही है। यहां तक कि गांवों को बचाने के लिए बनाए जाने वाले ठोकर को भी नदी अपने मुख्य धारा में विलीन करती जा रही है। कृषि योग्य भूमि व रिग बांध भी नदी की आगोश में समाते जा रहे हैं। परसिया व गांगेपुर के किसानों की लगभग 100 बीघा कृषि योग्य भूमि अब तक धारा में समा चुकी है। सदानंद, राजेश, सतिराम, राम बचन, रामकेवल, रामानंद, रामकरण, लाल बचन, राम नारायण, हरि राम, भजो राम, योगेंद्र, विजेंद्र, जितेंद्र, राम नयन, परमहंस, राम नरेश, रामलाल आदि किसानों का कहना है कि अब तो अनाज के भी लाले पड़ जाएंगे।
उधर गांगेपुर रिग बांध पर सीसी कैमरे लगा दिए गए हैं।इससे घाघरा की कटान सीसी कैमरे में कैद कैद होगी और उच्चाधिकारी भी बराबर तस्वीर को देख सकेंगे। घाघरा नदी का जलस्तर ::::
सगड़ी : घाघरा नदी का जलस्तर डिघिया नाले पर रविवार शाम चार बजे 69.47 मीटर था, जबकि सोमवार को 69.25 मीटर रिकार्ड किया गया।यहां खतरा बिदु 70.40 मीटर है। बदरहुआ गेज पर रविवार शाम चार बजे 70.10 मीटर से कम सोमवार को 69.88 मीटर रहा। यहां खतरा बिदु 71.68 मीटर है।