92 पशुपालकों ने दिखाई दिलचस्पी, ले गए164 गोवंश
आजमगढ़ मुख्यमंत्री निराश्रित बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना के तहत अब तक जनपद के मात्र 92 पशुपालकों ने दिलचस्पी दिखाई हैं। विभाग की तरफ से इन्हें 164 गोवंश प्रदान किए गए हैं। इनके खाते में 30 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से 900 रुपये प्रतिमाह डीवीटी के माध्यम से पशुपालक को भेजी जा रही है। पशुपालक किसी भी हाल में गोवंश को नहीं बेचेंगे और न हीं बेसहारा छोड़ेंगे। जिन विकास खंडों में गोवंश प्रदान किए गए हैं उसमें मेंहनगर में 57 पशु लालगंज में नौ ठेकमां में पांच पवई में 32 कोयलसा में छह जहानागंज में नौ महराजगंज में 15 मुहम्मदपुर में 13 मार्टीनगंज में 10 ठेकमां में दस शामिल हैं।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : मुख्यमंत्री निराश्रित, बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना के तहत अब तक जनपद के मात्र 92 पशुपालकों ने दिलचस्पी दिखाई है। विभाग की तरफ से इन्हें 164 गोवंश प्रदान किए गए हैं। इनके खाते में 30 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से 900 रुपये प्रति माह डीवीटी के माध्यम से भेजी जा रही है। पशुपालक किसी भी हाल में गोवंश को नहीं बेचेंगे और न ही बेसहारा छोड़ेंगे। जिन विकास खंडों में गोवंश प्रदान किए गए हैं, उसमें मेंहनगर में 57 पशु, लालगंज में नौ, ठेकमां में पांच, पवई में 32, कोयलसा में छह, जहानागंज में नौ, महराजगंज में 15, मुहम्मदपुर में 13, मार्टीनगंज में 10, ठेकमां में दस शामिल हैं।
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दुग्ध समितियों से जुड़े लोगों को प्राथमिकता
गोवंश प्रदान करने में दुग्ध समितियों से जुड़े व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जाएगी। प्रशिक्षित पशुमित्र भी इसके प्रथम पात्र रहेंगे। इच्छुक किसान, पशुपालक का संबंधित विकास खंड का मूल निवासी भी होना जरूरी है। पशु रखने के लिए पर्याप्त स्थान होना चाहिए। एक व्यक्ति को चार से अधिक गोवंश नहीं प्रदान किया जाएगा। इच्छुक व्यक्ति चयन हेतु निर्धारित प्रारूप पर अपने पहचान पत्र, आधार कार्ड, वोटर कार्ड, राशन कार्ड तथा बैंक पासबुक की पूर्ण पठनीय छायाप्रति के साथ किसी भी कार्यदिवस पर आवेदन कर सकते हैं।
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सरकार की तरफ से पशुपालकों को अच्छा अवसर दिया जा रहा है। पशुपालक किसी भी कार्यदिवस में विकास भवन में मिलकर आवेदन कर सकते हैं। सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उन्हें गोवंश प्रदान कर दिया जाएगा।
-डा. वीवी सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी।