Azamgarh Weather ALERT : ठंड का सितम आज भी रहेगा बरकरार, जानें मौसम का हाल

Azamgarh Weather ALERT ठंड का सितम आज भी रहेगा बरकरार जानें मौसम का हाल कि आखिर कैसा रहेगा आपके शहर का मौसम और आगे ठंड का क्या रहेगा हाल। डॉक्टरों के अनुसार इस मौसम में सेहत का भी ख्याल रखना जरूरी है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 05 Dec 2020 09:04 AM (IST) Updated:Sat, 05 Dec 2020 09:13 AM (IST)
Azamgarh Weather ALERT : ठंड का सितम आज भी रहेगा बरकरार, जानें मौसम का हाल
डॉक्टरों के अनुसार इस मौसम में सेहत का भी ख्याल रखना जरूरी है।

आजमगढ़, जेएनएन। सतर्क रहिए। मौसम का सितम आज शनिवार को भी परेशान करने वाला रहेगा। कोहरे के प्रकोप के कारण वायुमंडल में खतरनाक कणों की संख्या में 318 रही, जो सामान्य से 218 अंक ज्यादा है। 24 घंटे पूर्व इसकी मात्रा 329 अंक तक पहुंची थी। ऐसे में बगैर मास्क के श्वांस लेना बीमारियों को दावत देने के बराबर है। चिकित्सकों ने श्वांस, दमा के रोगियों को मौसम की दुश्वारियों से निबटने में सतर्कता व बचाव को ही सबसे बड़ा हथियार बताया है। उन्हें एक छोटी सी लापरवाही मुश्किल में डाल सकती है। कोहरे के प्रकोप के कारण धीरे-धीरे जन-जीवन असामान्य हाेने की राह पर बढ़ चला है। हाईवे हो या लिंक मार्ग हालात एक जैसे ही रहे। वाहन रेंगकर चलते नजर आए।

अन्नदाता मौसम की चाल के कारण फसलों की सुरक्षा काे लेकर आशंकित हैं। उन्हें महसूस हो रहा कि कोहरे की तरह तापमान ने भी तेवर दिखाए तो खेती प्रभावित होगी। हालांकि, न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर रहने के कारण मामूली राहत जरूर हुई, लेकिन कोहरे का प्रकोप के कारण उसे लोग महसूस नहीं कर सके। कमोबेश अधिकतम तापमान के भी एक दिन पूर्व की भांति 26 डिग्री सेल्सियस ही बने रहने का अनुमान है। दिन चढ़ने के बावजूद धूप की तेज असरकारी नहीं रहेगी। तडके कोहरे के प्रकोप के कारण चहुंओर धुंध दिखाई दे रही थी। ऐसी कि सुबह साढ़े छह बजे सूर्योदय के बाद भी लोगों के लिए घरों से बाहर निकलना गंवारा नहीं था। एक्यूआइ के आंकड़ों की भयावहता को देखें को महसूस होगा कि भविष्य में परेशानियां बढ़ने वाली हैं। शुक्रवार को इंडेक्स पर खतरनाक कणों की संख्या 329 रही, जिसमें सिर्फ 11 अंकों की कमी आई। यह आंकड़ा पिछले तीन चार दिनों में 173 से बढ़कर यहां तक पहुंचा है। इसका लगातार बढ़ना सेहत के लिए खतरनाक माना जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में दुश्वारियां बढ़ गई हैं। उनके सामने खुद के साथ खेती-बाड़ी, पशुओं को भी ठंड से बचाने की चुनौती है। क्योंकि आज भी गांवों की अर्थव्यवस्था इन्हीं उपायों पर टिकी है। सूर्यास्त शाम 5.05 बजे होने का अनुमान है।

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बचाव को अपनाएं ये उपाय 

1-फुल आस्तीन के कपड़े पहने।

2-सुबह कमरे का खिड़की-दरवाजा न खोलें।

3-श्वांस व दमा के मरीज सुबह टहलने न जाएं।

4-गुनगुना पीने की आदत डालें।

5-मास्क पहनकर ही बाहर निकलें। 

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बोले चिकित्सक

वरिष्ठ चिकित्सक डा. शुभी राय ने बताया कि ठंड का पड़ना भी जरूरी है। इससे बचाव का सबसे बड़ा हथियार सतर्कता है। मास्क लगाने के लिए अभी भी प्रशासन को जबरदस्ती करनी पड़ रही है। ऐसा नहीं होना चाहिए, मास्क कोरोना ही नहीं वायुमंडल के खतरनाक कणों को भी अंदर जाने से रोकेगा। तड़के घरों से कहीं जरूरी होने पर ही निकलना चाहिए। वृद्धों, बच्चों को विशेष सतर्कता रखने की जरूरत है। बिस्तर से उठकर सीधा कमरे या फिर घर से बाहर न निकलें। तापमान में अचानक बहुत ज्यादा अंतर होना मुश्किलें खड़ी कर सकता है।

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