श्रीराम के राजतिलक संग जयकारे से गूंज उठी अयोध्या

- रामलीला - निजामाबाद में भरत मिलाप के बाद हुआ राज्याभिषेक - बहादुरपुर में राम से मिलने

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 06:00 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 06:00 PM (IST)
श्रीराम के राजतिलक संग जयकारे से गूंज उठी अयोध्या
श्रीराम के राजतिलक संग जयकारे से गूंज उठी अयोध्या

- रामलीला - निजामाबाद में भरत मिलाप के बाद हुआ राज्याभिषेक

- बहादुरपुर में राम से मिलने शिविर में पहुंचे विभीषण

जागरण टीम, आजमगढ़: ग्रामीण क्षेत्रों में रामलीला का मंचन देखने दर्शकों की भीड़ उमड़ रही है, तो वहीं कलाकारों का अभिनय देख लोग जयकारा लगा रहे हैं।

निजामाबाद : लंका विजय के बाद अयोध्या की सीमा पर पहुंचे भगवान राम, लक्ष्मण और सीता की आगवानी के लिए भरत, शत्रुघ्न के साथ नगरवासी दौड़ पड़े।उसके बाद भगवान राम का राज्याभिषेक किया गया तो जयकारे से पूरी अयोध्या गूंज उठी।यह ²श्य दिखा निजामाबाद के ठाकुरद्वारे में।मौका था रामलीला के समापन का। स्टेट बैंक रोड पर चारों भाइयों के मिलन का मंचन किया गया, जबकि ठाकुरद्वारा के सामने बने मंच पर रामचंद्र जी का राजतिलक किया गया। इसके बाद उन्हें अयोध्या की गद्दी सौंपी गई, तो जयकारा लगने लगा। लोगों ने चारों भाइयों के अलावा माता सीता, हनुमान जी का पूजन-अर्चन व आरती किया।

आरती करने वालों में भाजपा लालगंज जिलाध्यक्ष ऋषिकांत राय, रानी की सराय ब्लाक प्रमुख विपिन सिंह, भाजपा नेता डा. पीयूष यादव आदि शामिल थे। मंच संचालन जयप्रकाश गुप्ता जेपी ने किया। कमेटी के श्रीप्रकाश चौरसिया, गुलाब जायसवाल, शीतला साहू, सरवन सोनकर, पिटू सिंह परवीन, पिटू सोनकर, कन्हैया चौरसिया, सौरव बरनवाल, विमलेश सोनकर आदि ने सहयोग किया।राजतिलक के बाद ब्रज से आए कलाकारों ने राधा-कृष्ण,मां पार्वती और भगवान शंकर की झांकी नृत्य के साथ भजन प्रस्तुत कर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। देर रात तक दर्शक मंच के सामने जमे रहे।

देवगांव : आदर्श युवा रामलीला समिति बहादुरपुर की ओर से आयोजित रामलीला के सातवें दिन सुग्रीव राज्याभिषेक, वानरों का सीता की खोज के लिए प्रस्थान, हनुमान का लंका में प्रवेश, हनुमान-विभीषण संवाद, अक्षय कुमार वध, मेघनाद-हनुमान संवाद, हनुमान-रावण संवाद, लंका दहन, विभीषण के राम के शिविर में जाने आदि का मंचन किया गया।

राम के आदेश पर लक्ष्मण जी ने सुग्रीव का राज्याभिषेक किया, तो उसके बाद सुग्रीव राम के वचनों को भूल जाते हैं। हनुमान जी ध्यान दिलाते हैं, तो लक्ष्मण भय दिखाकर राम के पास लेकर आते हैं। सुग्रीव ने क्षमा मांगते हुए वानर सेना सीता की खोज के लिए भेजा।इसी तरह कलाकारों ने विभिन्न प्रसंगों का मंचन किया।मंचन का शुभारंभ अतुल श्रीवास्तव ने किया।

राम का अभिनय डाक्टर वीके तिवारी, लक्ष्मण पवन शर्मा, हनुमान प्रिस राय, सुग्रीव आशुतोष राय, जामवंत मिथुन राय, अंगद अनुराग शर्मा, संपाती शिवम राय, सीता कमल त्रिपाठी, रावण अमित शर्मा, मेघनाथ सुदेश राय, अक्षय कुमार गोलू राय, विभीषण का अभिनय शुभम राय, जबकि मंच का संचालन अमित सिंह, सुरेंद्र राय ने किया।

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