जागरूकता ही एड्स से बचाव

आयोजन - संक्रमण के शुरुआत में 72 घंटे के भीतर इलाज हो तो ठीक होना संभव -विश्व एड्स ि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 06:41 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 06:41 PM (IST)
जागरूकता ही एड्स से बचाव
जागरूकता ही एड्स से बचाव

आयोजन

- संक्रमण के शुरुआत में 72 घंटे के भीतर इलाज हो तो ठीक होना संभव

-विश्व एड्स दिवस पर गोष्ठी कर बताए गए बीमार के कारण एवं निवारण जागरण संवाददाता, बलरामपुर (आजमगढ़): विश्व एड्स दिवस पर जिले में स्वास्थ्य विभाग द्धारा विभीन्न जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि मुख्य चिकित्साधिकारी डा.इंद्र नारायण तिवारी थे। उन्होंने जागरूकता अभियान में सर्वप्रथम में एड्स से मृत लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उसके बाद एड्स बीमारी के कारण एवं निवारण के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह रोग छूने और संर्पक में आने से नहीं होता है। शुरुआती संक्रमण के 72 घंटे में रोग का पता चले तो जांच के इलाज से ठीक हो सकता है। इसका संक्रमण शारीरिक संबध बनाने से होता है। अगर कभी किसी के मन में कोई शंका हो तो वह अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या फिर जिला अस्पताल में बने एआरटी सेंटर में जांच करा सकते हैं। यह भी कहा कि प्रचार-प्रसार और जागरूकता ही इस रोग का मुख्य इलाज है। आकड़ों पर नजर डाले तो 2019 में इस रोग से मरने वालों की संख्या 72 थी लेकिन 2020 में घट कर 14 हो गई। वर्तमान सत्र में मरने वालों की संख्या 14 पर सिमटी है, जिसकी जड़ में जागरुकता अभियान एवं प्रचार-प्रसार अहम है। कार्यक्रम को प्रतिरक्षण अधिकारी डा.संजय कुमार, क्षयरोग अधिकारी डा.परवेज अधिकारी, डब्लूएचओ कंसलटेंट डा. दिनेश वालिका सहित अन्य वक्तओं ने संबोधित किया। नोडल अधिकारी डा.राजनाथ सिंहं, नवनीत चौबे,एनसीसी कमांडेंड एके सिंह, दर्शन सिंह, नवनीत चौबे, निकहत उल्लाह, देंवेंद्र प्रताप, डाटा मैनेजर अमित यादव,मंगला प्रसाद सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। अध्यक्षता जिला क्षय रोग अधिकारी डा. परवेज अख्तर ने की।

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