कृषि वैज्ञानिकों ने आम के बागों का किया भ्रमण

ज्याउद्दीन खान मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल फरिहां में गुरुवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान रहमानखेडा लखनऊ के प्रधान वैज्ञानिक डा. पीके शुक्ला व डा. सुशील कुमार शुक्ल ने आम के बागों का भ्रमण किया और बागवानों को सम-सामयिक जानकारी दी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 13 Dec 2019 06:20 PM (IST) Updated:Fri, 13 Dec 2019 06:20 PM (IST)
कृषि वैज्ञानिकों ने आम के बागों का किया भ्रमण
कृषि वैज्ञानिकों ने आम के बागों का किया भ्रमण

जासं, आजमगढ़ : ज्याउद्दीन खान मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल फरिहां में गुरुवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान रहमानखेडा, लखनऊ के प्रधान वैज्ञानिक डा. पीके शुक्ला व डा. सुशील कुमार शुक्ल ने आम के बागों का भ्रमण किया और बागवानों को सम-सामयिक जानकारी दी।

डा. सुशील कुमार ने कहा कि आम के पौधों का उचित विन्यास बहुत ही आवश्यक है। उन्होंने बताया कि पुराने बागों के अनुत्पादक शाखाओं को काट-छांट कर उचित आकार दें तथा नए शाखाओं को बढ़ावा दें व उनकी सुरक्षा करें। बाग की अत्यधिक जुताई ठीक नहीं है। वर्षा ऋतु के बाद एक हल्की गुड़ाई करें जिससे कि जड़ों को कोई नुकसान न हो। खाद व उर्वरकों का उचित प्रबंधन करें तथा मुख्य तने से 2-2.5 मीटर की दूरी पर थाला बनाकर खाद व उर्वरक डाले। तत्पश्चात सिचाई करें। पौधों के पोषण का ध्यान रखने से फलत बेहतर आएगी। बागवानों को कीट व्याधि के प्रकोप के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए डा. पीके शुक्ला ने बताया कि हमेशा बागों की देख-रेख करते रहें। कीट व्याधि का प्रकोप होने पर उपयुक्त कीटनाशी व फफूंदनाशक का प्रयोग करें। फल मक्खी और फल भेदक के बारे में जानकारी साझा की तथा रोकथाम के उपाय बताए। कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डा. केएम सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए केंद्र से संचालित कार्यक्रमों के बारे में बताया। केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. रुद्र प्रताप सिंह ने भी बागवानों को गुझिया और भुनगा कीट के प्रकोप और उनके प्रबंधन के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में 30 से अधिक प्रगतिशील बागवानों ने प्रतिभाग किया। विकास खंड ठेकमां ठेकमा से आये प्रगतिशील मशरूम उत्पादक विपिन बिहारी, सरायमीर से आए कड़कनाथ मुर्गा पालक व चूजा आपूíतकर्ता मो. शोएब, फूलपुर से आए प्रहलाद चौहान आदि ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डा. शफी अहमद अंसारी ने किया।

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