जद्दोजहद के बाद रिटायर्ड दारोगा का शव दफन
सरायमीर क्षेत्र के बखरा गांव में मारपीट में घायल रिटायर दारोगा की इलाज के दौरान लखनऊ में मौत हो गई थी। विवादित भूमि की नापी कराने व अन्य मांगों को लेकर स्वजनों ने उसके शव को
जागरण संवाददाता, संजरपुर (आजमगढ़) : सरायमीर क्षेत्र के बखरा गांव में रिटायर्ड दारोगा का शव दफन कराने के लिए प्रशासन को जद्दोजहद करनी पड़ी। सोमवार को प्रशासनिक अधिकारियों के हस्तक्षेप पर किसी तरह से परिवार के लोग शव दफन करने को तैयार हुए।
रिटायर्ड दारोगा 62 वर्षीय रामाश्रय राम पुत्र मुखराम राम का गांव के कुछ लोगों से भूमि को लेकर शुक्रवार को संघर्ष हुआ था। उसमें घायल रामाश्रय की इलाज के दौरान शनिवार को लखनऊ में मौत हो गई। शव लेकर घर आए स्वजन रविवार को उसे दफन करने से यह कहते हुए मना कर दिया कि जिस भूमि को लेकर विवाद हुआ उसकी पैमाइश कर कब्जे को खाली कराया जाए और वहीं शव दफन करने दिया जाए।
जानकारी पाकर मार्टीनगंज एसडीएम धीरज कुमार श्रीवास्तव, सीओ फूलपुर रविशंकर प्रसाद ने जब फोर्स संग पहुंच स्वजनों को समझाने का प्रयास किया तो वे उनसे उलझ गए थे। मांग पर रविवार की रात चकबंदी कर्मियों को बुलाकर भूमि की नापी कराई गई लेकिन विवाद नहीं सुलझा। सोमवार को अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद स्वजनों ने दोपहर बाद शव को गांव के कब्रिस्तान में दफन कर दिया। तनाव को देखते हुए काफी संख्या में पुलिस फोर्स भी मौजूद रही।