घंटों पंचायत के बाद कालेज में लगी सब्जीमंडी

जागरण संवाददाता आजमगढ़ नगर के फुटकर सब्जीमंडी में कारोबार करने वालों की समस्या दूर होने का नाम नहीं ले रही है। बारिश के दौरान कीचड़ के कारण कर्बला और अठवरिया के मैदान में लगने वाली दुकान पहले ही बंद हो गई और अब वेस्ली कालेज में दुकान लगाने के लिए व्यापारियों को मशक्कत करनी पड़ रही है। बुधवार को घंटों पंचायत के बाद कालेज परिसर में दुकान लगाने की अनुमति मिल सकी। कालेज प्रशासन से प्रशासन ने चार दिन दुकान लगाने की अनुमति देने को कहा है। आश्वस्त किया है कि सोमवार को कोई न कोई रास्ता निकाल लिया जाएगा। उधर कालेज प्रशासन की समस्या यह है कि माध्यमिक शिक्षा सचिव अराधना शुक्ला ने चार जुलाई को

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 05:34 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 05:34 PM (IST)
घंटों पंचायत के बाद कालेज में लगी सब्जीमंडी
घंटों पंचायत के बाद कालेज में लगी सब्जीमंडी

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : नगर के फुटकर सब्जीमंडी में कारोबार करने वालों की समस्या दूर होने का नाम नहीं ले रही है। बारिश के दौरान कीचड़ के कारण कर्बला और अठवरिया के मैदान में लगने वाली दुकान पहले ही बंद हो गई और अब वेस्ली कालेज में दुकान लगाने के लिए व्यापारियों को मशक्कत करनी पड़ रही है।

बुधवार को घंटों पंचायत के बाद कालेज परिसर में दुकान लगाने की अनुमति मिल सकी। कालेज प्रशासन से प्रशासन ने चार दिन दुकान लगाने की अनुमति देने को कहा है। आश्वस्त किया है कि सोमवार को कोई न कोई रास्ता निकाल लिया जाएगा। उधर कालेज प्रशासन की समस्या यह है कि माध्यमिक शिक्षा सचिव अराधना शुक्ला ने चार जुलाई को पत्र जारी कर छह जुलाई से विद्यालयों खोलने का आदेश जारी कर दिया है। परिसर में मंडी और भीड़ के कारण शिक्षक आने से कतरा रहे हैं।

रोज की तरह से व्यापारी दुकान लगाने पहुंचे तो कालेज गेट में ताला बंद था। उसके बाद व्यापारियों ने पुराने स्थान पर दुकान लगा ली। चूंकि उस स्थान पर मंडी लगाने से प्रशासन ने शुरुआती दौर में ही मना कर दिया था, इसलिए पुलिस वाले पहुंच गए। दुकानदारों ने अपनी समस्या बताई तो पुलिस ने किसी तरह से कालेज खोलवाकर प्रधानाचार्य को डीएम से बात करने की सुझाव दिया। डीएम, एडीएम के बाद एसडीएम ने प्रधानाचार्य जेएस शुक्ला ने बात की। प्रधानाचार्य ने बताया कि एसडीएम ने चार दिन दुकान लगाने की बात कहते हुए आश्वस्त किया है कि सोमवार को कोई न कोई रास्ता निकाल लिया जाएगा। उसके बाद व्यापारियों के साथ वार्ता के दौरान प्रधानाचार्य ने कहा कि मैं व्यापारियों की समस्या से सहमत हूं लेकिन शासन के निर्देश का पालन करते हुए शिक्षण कार्य भी शुरू करना है।

chat bot
आपका साथी