सीएम हेल्पलाइन में एक साथ दर्ज होंगी 500 शिकायतें
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के अंतर्गत 500 कॉल सेंटर एक्जीक्यूटिव की सि¨
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के अंतर्गत 500 कॉल सेंटर एक्जीक्यूटिव की सि¨टग क्षमता (1000 सीटों तक विस्तारणीय) के साथ लखनऊ में एक केंद्रीयकृत कॉल सेंटर स्थापित किया गया है। इस हेल्पलाइन के टोल फ्री नंबर 1076 पर कॉल कर कोई भी नागरिक कॉल सेंटर एक्जीक्यूटिव के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज कर सकता है।
यह जानकारी एमडी यूपी डेस्को व विशेष सचिव लखनऊ पीसी श्रीवास्तव ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित मुख्यमंत्री हेल्पालाइन के संबंध में कार्यशाला में दी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में नागरिकों के शिकायत, सूचना, मांग एवं सुझाव मामलों को व्यवहृत (व्यवहार में लाना) किया जाएगा। न्यायालय में विचाराधीन मामले, अन्य राज्य सरकार, केंद्र सरकार व विदेश सरकारों के खिलाफ शिकायतों से संबंधित मामले, शासकीय कर्मचारियों की उनकी सेवा से संबंधित मामले और सूचना का अधिकार अधिनियम से संबंधित मामले एवं धार्मिक मामलों को मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से व्यवहृत नहीं किया जाएगा। उन्होंने आइजीआरएस पोर्टल के प्रयोग के बारे में विस्तार से जानकारी दी। जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने कहा कि समस्या समाधान की त्वरित प्रक्रिया अपनाए जाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री हेल्पलाइन स्थापित की गई है। उन्होंने समस्त अधिकारियों को निर्देशों का शतप्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा। कार्यशाला में दोनों अपर जिलाधिकारी, सभी उप जिलाधिकारी, एसपी सिटी व एसपी ग्रामीण, सीओ एवं विभिन्न विभागों के संबंधित अधिकारी थे। ऐसे अग्रसारित होंगी पंजीकृत शिकायतें
आजमगढ़ : मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर पंजीकृत शिकायतों को सबसे पहले संबंधित एल-वन के अधिकारियों को अग्रसारित किया जाएगा, जो निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत प्रकरण का निस्तारण करेंगे। निर्धारित समयसीमा के अंतर्गत कार्रवाई या निस्तारण से फीडबैक के बाद शिकायतकर्ता के संतुष्ट न होने की स्थिति में एक बार पुन: एल-वन के अधिकारी को आधी समय सीमा के साथ प्रकरण अग्रसारित किया जाएगा। पुन: फीड बैक के उपरांत शिकायतकर्ता के संतुष्ट न होने की स्थिति में विभागीय अग्रसारण मैट्रिक्स के अनुसार एक-एक कर अगले एल-4 तक शिकायत का अग्रसारण किया जाएगा। टोल फ्री नंबर 1076 पर कर सकेंगे शिकायत
आजमगढ़ : मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के टोल फ्री नंबर 1076 पर कॉल कर नागरिक अपनी शिकायत पंजीकरण करेंगे। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन कॉल सेंटर नागरिकों के कॉल को रिसीव करेगा और उनके द्वारा की जाने वाली शिकायतों का पंजीकरण करेगा। आइजीआरएस पर शिकायतों का पंजीकरण किया जाएगा।
शिकायत पंजीकरण के पश्चात शिकायतकर्ता एसएमएस के माध्यम से पावती प्राप्त करेगा जिसमें शिकायत पंजीकरण नंबर के साथ शिकायत के विवरण होंगे जिसको भविष्य में ट्रै¨कग के लिए प्रयोग किया जा सकेगा। एल-वन अधिकारी तक अंतरित हो जाएगा एसएमएस
आजमगढ़: एसएमएस में एल-वन के अधिकारी जिसे शिकायत अग्रसारित की गई है, का विवरण भी प्रेषित किया गया है। एल-वन के अधिकारी (संबंधित विभाग के शिकायत निवारण मै¨पग के अनुरूप न्यूनतम स्तर के अधिकारी) को शिकायत खुद अंतरित हो जाएगी। एसएमएस, जिसमें शिकायत के संक्षिप्त विवरण के साथ पंजीकरण नंबर, शिकायतकर्ता का नाम एवं दूरभाष नंबर का विवरण होंगे, को भी एल-वन के अधिकारी को भेजा जायेगा। एल-वन का अधिकारी आइजीआरएस , पद में लागिन के माध्यम से शिकायत का विवरण प्राप्त करेगा।
चार स्तरीय विभागीय अधिकारी करेंगे निस्तारण
आजमगढ़ : संबंधित शिकायती मामले आइजीआरएस जनसुनवाई, जो कि उत्तर प्रदेश के नागरिकों द्वारा की गई शिकायतों के प्रभावी निदान एवं अनुश्रवण के लिए एनआइसी द्वारा एक इंटीग्रेटेड एवं केंद्रीयकृत कम्प्यूटरीकरण सिस्टम है, पर पंजीकृत होंगे। नागरिक द्वारा की जाने वाली प्रत्येक शिकायत को निर्धारित शिकायत श्रेणी के अंतर्गत संबंधित विभाग को आवंटित किया जाएगा। प्रत्येक शिकायत के लिए संबंधित शिकायत श्रेणी के अंतर्गत स्तर-वन (एल-वन) से स्तर-फोर (एल-फोर) यानी निम्न से उच्च स्तर के निर्धारित अधिकारियों के लिए अग्रसारण की व्यवस्था होगी। शिकायत सर्व प्रथम निवारण के लिए एल-वन के विभागीय अधिकारी को अग्रसारित होगी। एल-वन का अधिकारी प्रथम स्तर का अधिकारी है, जिसका श्रेणीवार शिकायत निवारण की समय सीमा के साथ निर्धारण विभाग (शासन) स्तर से किया गया है। प्रत्येक शिकायत श्रेणी के अंतर्गत मैप किए गए चार स्तरीय विभागीय अधिकारियों के लिए शिकायत निस्तारण की समयसीमा का निर्धारण किया गया है।