कोरोना काल में खोज गए नए 24 कुष्ठ रोगी, 40 ठीक
-जागरूकता -151 कुष्ठ मरीजों को विभाग की निगरानी में दी जा रही मल्टी ड्रग थेरेपी की दव
-जागरूकता ::::
-151 कुष्ठ मरीजों को विभाग की निगरानी में दी जा रही मल्टी ड्रग थेरेपी की दवा
-कुष्ठ रोगी को खुले घाव से कोरोना संक्रमण का खतरा
-बरतें सतर्कता व साफ-सफाई का रखें खास ख्याल जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : जिले में करीब 151 कुष्ठ मरीजों को विभाग की निगरानी में मल्टी ड्रग थेरेपी (एमडीटी) की दवा दी जा रही है। वहीं अप्रैल 2021 से अब तक 40 मरीज कुष्ठ रोग ठीक किया जा चुका है। जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डा.सीपी गुप्ता ने बताया कि जिले में अप्रैल 2021 से जून 2021 में नए 24 कुष्ठ रोगियों को पंजीकृत कर एमडीटी दी जा रही है। राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जनजागरूकता की विभिन्न गतिविधियां की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में कुष्ठ रोगियों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। ऐसे कुष्ठ रोगी जिनके घाव हैं, उन्हें अपने घाव को साफ करके उसे साफ विसंक्रमित कपड़े से ढक कर रखें।
डा. गुप्ता ने बताया कि कुष्ठ रोग माइक्रोवैक्टीरियमलैप्री नामक जीवाणु से होता है। यह साथ खाने उठने बैठने से नहीं फैलता है। यह आनुवांशिक एवं छुआछूत रोग भी नहीं है। समय से जांच और उपचार कराने से दिव्यांगता से भी बचा जा सकता है। कोरोना काल में ऐसे कुछ रोगियों को थोड़ी ज्यादा सावधानी रखने की आवश्यकता है, जिनके शरीर में खुला घाव है ।
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लक्षण-
शरीर पर हल्के तांबा रंग के चकत्ते हो जाना, शरीर का कोई भी दाग धब्बा जिस पर सुन्नापन हो जाना, उसमें खुजली न हो, पसीना न आता हो, सुई लगने पर दर्द महसूस न होना, हथेली अथवा पैर के तलवे में भी सुन्नापन हो तो कुष्ठ की जांच अवश्य कराएं।
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बचाव:::::
घाव को साफ करके उसे साफ विसंक्रमित कपड़े से ढक कर रखना चाहिए। खुले घाव में कोरोना का संक्रमण आसानी से अपना प्रभाव दिखा सकता है। ऐसे रोगियों को कुछ समय के अंतराल पर घाव पर ढके कपड़े को साबुन और गर्म पानी से धोकर धूप में सुखाना चाहिए । कुष्ठ रोग से बचाव के लिए चोट से बचें और घाव को साफ रखें। बच्चों में कुष्ठ रोग की संभावना वयस्कों से अधिक होती है। इसलिए बच्चों को हमेशा संक्रमित व्यक्ति से दूर रखें । कुष्ठ रोग को फैलने से रोकने का सबसे अच्छा तरीका है कि जल्द से जल्द इसका निदान कर इलाज किया जाए ।