13,939 'हर घर को नल से जल' में 'आधार' का ब्रेक
-जल जीवन मिशन -पूर्व में संचालित पेयजल परियोजनाओं से 28684 घरों को करना है संतृप्त -कने
-जल जीवन मिशन :::
-पूर्व में संचालित पेयजल परियोजनाओं से 28,684 घरों को करना है संतृप्त
-कनेक्शन के समय गृहस्वामी उपलब्ध नहीं करा पा रहे आधार कार्ड
-आच्छादन के बाद पोर्टल पर फीड करना शासन ने किया अनिवार्य जागरण संवाददाता, आजमगढ़: केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के जल जीवन मिशन के अंतर्गत 'हर घर को नल से जल' के तहत 2024 तक जिले के प्रत्येक घर को संतृप्त करना है। योजना के तहत प्रथम चरण में 300 गांवों का चयन कर डीपीआर भी बन गया है। लेकिन पूर्व में संचालित पेयजल परियोजनाओं से 13,939 कनेक्शन देने में आधार कार्ड का न होना बाधा बन रहा है। क्योंकि कनेक्शन देने के बाद उसके जल निगम के पोर्टल पर फीड भी करना है, जिससे शासन स्तर पर मानीटरिग के दौरान यह पता चल सके कि किस जिले में कितने कनेक्शन दिए जा चुके हैं।
जल जीवन मिशन के तहत जिले के 22 विकास खंडों में संचालित 51 पुरानी और 51 नई पेयजल परियोजनाओं के माध्यम से जल निगम हर घर तक पाइप लाइन से कनेक्शन दे रहे हैं। प्रथम चरण में 51 पुरानी पेयजल परियोजनाओं के माध्यम से 28 हजार, 684 घरों को आच्छादित करना है लेकिन गृहस्वामियों के पास आधार कार्ड न होने के कारण अभी तक मात्र 14 हजार 745 कनेक्शन ही दिए जा सके हैं। हालांकि इस पुरानी व नई परियोजना के माध्यम से 2022 तक लक्ष्य को पूरा किया जाना है।
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सीडीओ की अध्यक्षता में हुई बैठक में योजना के तहत कनेक्शन देने में बाधा बन रहे आधार कार्ड के संबंध में सभी बीडीओ व ग्राम सचिवों को निर्देश दिए गए है। निर्देशित किया गया है कि जल निगम के अधिकारियों से समन्वय बनाकर महत्वाकांक्षी परियोजना का लक्ष्य समय से पूरा कराया जाए।
-भूपेंद्र सिंह, अवर अभियंता, जल निगम।