डीएफसी ब्रिज के नीचे गड्ढे में फंसा ट्राला, चार घंटे जाम से जूझे वाहन सवार
संवाद सूत्रअछल्दा नई दिल्ली-हावड़ा रेल रूट पर मालगाड़ियों का संचालन सुचारू रखने के लिए एक
संवाद सूत्र,अछल्दा: नई दिल्ली-हावड़ा रेल रूट पर मालगाड़ियों का संचालन सुचारू रखने के लिए एक अलग गलियारा (डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर) बनाया गया है। रेलवे क्रासिग पर पड़ने वाली ट्रैक से निजात पाने के लिए इस कारिडोर पर अंडरपाथ व रेलवे ओवर ब्रिज बने हैं। अछल्दा-फफूंद मार्ग स्थित पड़ने वाले ब्रिज के नीचे का रास्ता बदहाल होने से सोमवार की दोपहर एक ट्राला गड्ढे में फंस गया। जिस कारण इस मार्ग से निकलने वाले वाहनों के पहिये जहां के तहां थम गए। चार घंटे तक वाहन जाम में फंसे रहे। मशक्कत बाद यातायात सुचारू हो सका।
अछल्दा-फंफूद रोड स्थित प्रेमनगर निकट रेलवे क्रासिग पर डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर (डीएफसी) पर ब्रिज बना है। इस मार्ग से होकर कानपुर देहात, कन्नौज सहित औरैया की ओर वाहन आते है। ब्रिज के नीचे का रास्ता खराब होने से यहां आए दिन जाम की समस्या होती है। बदहाल मार्ग को देखते हुए कई वाहन सवार अटसु मार्ग को अपनाते हैं। इसमें उन्हें करीब 10 किमी लंबा चक्कर लगाना पड़ जाता है। अजीतमल कोतवाली क्षेत्र के अटसु मार्ग होकर नगरिया गांव के बम्बा पटरी से वह गंतव्य की ओर जाते हैं। सोमवार की दोपहर करीब 12.30 बजे इस ब्रिज के नीचे कीचड़-पानी भरे गड्ढे में एक ट्राला फंस गया। आधा से ज्यादा पहिये गड्ढे में फंसने से ट्राला टस से मस नहीं हो सका। जिस कारण पीछे व सामने से आ रहे वाहन सवार जाम में फंसे। यातायात को सुचारू कराने में पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी। चार घंटे की मशक्कत के बाद शाम तक यातायात सुचारू हो सका था।
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कई बार की जा चुकी है शिकायत:
बदहाल सड़क मार्ग को दुरुस्त कराने के लिए कई बार क्षेत्रीय लोगों ने रेलवे व नगर पंचायत प्रशासन से लिखित तौर पर शिकायत की। कृषि राज्य मंत्री दिबियापुर विधायक लाखन सिंह राजपूत को भी समस्या से अवगत कराया। लेकिन आज तक बदहाल सूरत नहीं बदली।