पारदर्शिता से खाद वितरण कराना चुनौती से कम नहीं
जागरण संवाददाता औरैया रबी की बोआई शुरू हो चुकी है। जिसके चलते उर्वरक की मांग भी बढ
जागरण संवाददाता, औरैया: रबी की बोआई शुरू हो चुकी है। जिसके चलते उर्वरक की मांग भी बढ़ी है। कृषि विभाग ने खाद का प्रबंध कर लिया है। दावा है कि जिले में खाद की कोई दिक्कत नहीं है। इसका पारदर्शिता के साथ वितरण कराना कृषि विभाग के लिए फिलहाल चुनौती बना है। हालांकि कृषि विभाग के अधिकारी लगातार छापेमारी कर कार्रवाई कर रहे हैं ताकि किसानों को उचित मूल्य पर पूरी तौल की खाद मिल सके।
रबी फसल के समय सबसे अधिक खाद की मांग रहती है। बोआई के समय किसान डीएपी खाद का प्रयोग करते हैं ताकि बीजों का अंकुरण जल्दी हो सके। इसके बाद यूरिया फसल में डाली जाती है। इस समय बोआई का दौर शुरू हो गया है जिससे खाद की मांग बढ़ गई है। अब दिक्कत इस बात की है कि पारदर्शिता के साथ किसानों को वितरण कराना। वजह यह है कि हर बार सोसायटी में लापरवाही के चलते किसानों को दिक्कत होती है। जिससे नई समस्या पैदा हो जाती है। हालांकि कृषि विभाग का दावा है कि किसानों को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। पूरी पारदर्शिता के साथ वितरण कराया जाएगा। खाद की कोई समस्या नहीं है। लगातार खाद की दुकानों में छापेमारी करने के साथ सहकारी समितियों की चेकिग की जा रही है जिससे खाद के वितरण में कोई परेशानी न होने पाए। जिला कृषि अधिकारी शैलेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि खाद पर्याप्त है। जिले में डीएपी का लक्ष्य 23,500 मीट्रिक टन (एमटी) है जिसकेसापेक्ष 5804 मीट्रिक टन उपलब्ध है। यूरिया का लक्ष्य 44 हजार एमटी का है। जिसके सापेक्ष उपलब्धता 09 हजार एमटी की है।