तेज हवा से टिनशेड क्षतिग्रस्त, एक गोवंश ने तोड़ा दम

संवाद सूत्र अयाना तमाम कोशिशों को बावजूद गोवंशों को रहने की सुरक्षित छत नहीं मिल पा रही

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 11:24 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 11:24 PM (IST)
तेज हवा से टिनशेड क्षतिग्रस्त, एक गोवंश ने तोड़ा दम
तेज हवा से टिनशेड क्षतिग्रस्त, एक गोवंश ने तोड़ा दम

संवाद सूत्र, अयाना: तमाम कोशिशों को बावजूद गोवंशों को रहने की सुरक्षित छत नहीं मिल पा रही है। अयाना स्थित अस्थायी गोशाला शिखरना में मंगलवार देर रात हवा तेज चलने से टीनशेड क्षतिग्रस्त हो गए। जिस कारण पूरी रात व बुधवार पूरे दिन हुई बारिश से गोवंश खुद को बचाने के लिए इधर-उधर ठिकाना तलाशते रहे। बारिश में भीगने से एक गोवंश की तबीयत बिगड़ गई। जिस कारण उसे दम तोड़ दिया।

अस्थाई गोशाला व आश्रय स्थलों पर गोवंशों की देखरेख करने की जिम्मेदारी प्रशासन की ओर से अलग-अलग ट्रस्ट को दी गई है। इसके पीछे का कारण बीते कुछ माह में बिधूना, पाता, सहायल

ब्लाक में संचालित गोशालाओं में गोवंशों की स्थिति ठीक नहीं है। इस तस्वीर को साफ करने के लिए प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम सार्थक नहीं। जिस कारण गोवंश अव्यवस्था के चलते दम तोड़ रहे हैं। अयाना में अस्थायी गोशाला शिखरना इसकी बानगी है। यहां मंगलवार देर रात हुई बारिश से एक गोवंश भीगने से बीमार हो गई। उसका शव बुधवार सुबह ग्रामीणों ने देखा तो सेवादारों को सूचना दी। सेवादार रमेश बाबू, गोविद सिंह, मुन्नी देवी, कमला देवी, जयराम सिंह, रामराज ने गोवंश की मौत पर ज्यादा कुछ नहीं बोला।

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पांच क्विंटल दिया गया भूसा:

मंगलवार को गोवशों के चारा के लिए पांच क्विंटल भूसा दिया गया। जबकि प्रतिदिन गोवंशों के लिए 17 क्विंटल भूसे की जरूरत होती है। गोशाला में 297 गोवंश थे। इनकी संख्या अब 243 रह गई है। फिलहाल, इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि गोशाला की देखरेख में लगे कर्मचारियों से जानकारी ली जाएगी। जहां जो कमियां हैं, उसे सुधारा जाएगा।

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