श्रंगीरामपुर गंगा घाट से जल लाकर कांवड़ियों ने किया अभिषेक

संवाद सूत्र अछल्दा ग्राम गुवारी स्थित मनकामेश्वर महाराज मंदिर में सुबह से शिव भक्त पहुंचने लग

By JagranEdited By: Publish:Thu, 11 Mar 2021 11:17 PM (IST) Updated:Thu, 11 Mar 2021 11:17 PM (IST)
श्रंगीरामपुर गंगा घाट से जल लाकर कांवड़ियों ने किया अभिषेक
श्रंगीरामपुर गंगा घाट से जल लाकर कांवड़ियों ने किया अभिषेक

संवाद सूत्र ,अछल्दा : ग्राम गुवारी स्थित मनकामेश्वर महाराज मंदिर में सुबह से शिव भक्त पहुंचने लगे। किसी को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए भक्तों ने स्वयं ही कतारबद्ध होकर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक कर पूजन-अर्चन किया। कांवड़ियों ने श्रंगी ऋषि के नाम से स्थापित श्रंगीरामपुर घाट से गंगाजल लाकर अभिषेक किया।

कस्बा व गांव की गलियों में गुरुवार को सिर्फ एक ही गूंज सुनाई दे रही थी। वह भी बम-बम भोले, हर-हर महादेव, अलख निरंजन। परिसर में भक्तों की लंबी-लंबी कतार नजर आईं। श्रंगीरामपुर से गंगा जल लेकर पहुंचे कांवड़ियों ने मनकामेश्वर की मूर्ति पर जलाभिषेक किया। पूजन अर्चन का क्रम दोपहर बाद तक चलता रहा।

मंदिर का इतिहास

सात सौ वर्ष पूर्व तत्कालीन जमींदार सोनेराज सिंह सेंगर ने अपनी गढ़ी की जमीन जिला फरुर्खाबाद गंगा किनारे के महंत जलकंद गिरी दास के गांव गढ़ी आने पर दान कर दी। महंत ने मनकामेश्वर महाराज मंदिर व कुआं के पास राधाकृष्ण का मंदिर बनवाया। करीब डेढ़ सौ साल पूर्व जमींदार कारिदा लाला विनायक लाल ने शिव मंदिर के पास तीस फुट गहराई तक खुदाई कराई तो बिच्छुओं का बड़ा जमावड़ा देखकर मजदूर भाग खड़े हुए। उसके बाद वहां पर खुदाई बंद करा दी गई। जो सब कुछ आज भी रहस्य बना हुआ है। यह जानकारी जमींदार परिवार के ही समाजसेवी राघवेंद्र प्रताप सिंह सेंगर ने दी।

क्या कहते हैं पुजारी

मंदिर पुजारी शिवपाल सिंह ने बताया कि गढ़ी मंदिर में स्थापित शिवलिग का विस्तार होता रहता है। करीब ढाई फीट ऊंची मूर्ति का आकार हो चुका है। गहराई का पता आज तक नहीं चल सका है। मनोकामना पूर्ण होने पर भक्तों ने धर्मशाला निर्माण कराया है। अन्य तमाम कार्य भी भक्त करा रहे हैं। लोगों का अपार सहयोग मिलता है। यहां पर हर वर्ष तीन दिवसीय मेला लगता है। कमेटी के राघवेंद्र सिंह सेंगर,हरि श्रीवास्तव, सर्वेश कुमार, राकेश दुबे, पंकज श्रीवास्तव आदि ग्रामीण व पुलिस व्यवस्था में लगी है।

शिव मंदिरों में पूरे दिन रही धूम

सराय बाजार स्थित पंचमुखी शिव मंदिर, हरीगंज तिराहा मंदिर समेत शिवमंदिरों में भक्त पूजा-अर्चना करते रहे। वहीं श्रंगीरामपुर से गंगाजल भरकर कांवड़ियों ने अपने मनौती वाले देव स्थानों पर जलाभिषेक किया। नेविलगंज, तेजपुर अड्डा से फंफूद रोड, आदर्श इंटर कालेज तक कावड़ियों के लिए कई स्थानों पर शिवभक्तों ने स्टाल लगाए। यहां कावड़ियों के चाय, नाश्ता की व्यवस्था की गई।

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