बड़े ने छोटे भाई को कुल्हाड़ी से वार कर मार डाला
संसू मुरादगंज अजीतमल कोतवाली क्षेत्र की ऊंचा चौकी के गनेश पुरवा गांव में शुक्रवार की देर
संसू, मुरादगंज: अजीतमल कोतवाली क्षेत्र की ऊंचा चौकी के गनेश पुरवा गांव में शुक्रवार की देर रात पुश्तैनी जमीन के विवाद में बड़े भाई ने चारपाई पर सो रहे छोटे भाई के सिर पर कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी। दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम देने के बाद वह भाग निकला। आरोपित कुछ साथियों के साथ छत के सहारे घर में दाखिल हुआ था। खून से लथपथ पड़े भाई का शव देख बहन की चीख निकल गई। जानकारी पर पहुंचे ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। कब्जे में शव लेकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ने बड़े भाई समेत चार के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।
32 वर्षीय सत्यप्रकाश उर्फ नाटे का बड़े भाई जयप्रकाश से पुश्तैनी जमीन को लेकर कई सालों से विवाद चला आ रहा है। पिता रामदत्त की मौत के बाद से जयप्रकाश की नजर जमीन पर गड़ गई थी। जयप्रकाश पत्नी व बच्चों के साथ अलग रहता था। सत्यप्रकाश के साथ उसकी उसकी छोटी बहन मंजु व नेत्रहीन मां ऊषा रहती हैं। वारदात के दिन घर पर मंजु थी। मां बड़ी बेटी पुष्पा के ससुराल दिबियापुर गई हुई थी। शुक्रवार की रात करीब एक बजे जयप्रकाश अपने तीन साथियों के साथ छत के सहारे घर के बरामदे में पहुंचा। जहां चारपाई पर सो रहे छोटे भाई के सिर पर कुल्हाड़ी से कई प्रहार किया। उसकी चीख सुन कमरे में सो रही मंजु की आंख खुल गई। कमरे की खिड़की से देखा तो वह चिल्लाने लगी। इस पर आरोपित भाग निकले। इसके बाद घर के बाहर ग्रामीणों की भीड़ एकत्र हो गई। सूचना पर पुलिस पहुंची और जांच पड़ताल की। वहीं बेटे की हत्या की जानकारी पर बड़ी बेटी के साथ मां गांव पहुंची। रो-रोकर हाल बेहाल रहा। जांच करने पहुंचे सीओ अजीतमल प्रदीप कुमार ने घटना के पीछे का कारण स्वजन से पूछा। शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरवाया। इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा। छोटी बहन की तहरीर पर जयप्रकाश समेत मनोज पुत्र श्रीराम लखन, नरेश पुत्र मेवालाल, महिपाल सिंह पुत्र देवीदयाल के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया।
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चार साल पहले पत्नी से हुआ था तलाक
पुलिस के अनुसार सत्यप्रकाश शादीशुदा था। उसका पत्नी से किसी बात को लेकर लगभग चार वर्ष पूर्व तलाक हुआ था। उसका एक चार वर्षीय बेटा है। सीओ प्रदीप कुमार का कहना है कि पूरे
घटनाक्रम को लेकर जांच की जा रही है। जल्द हत्यारोपित पकड़े जाएंगे।
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बेटा ही था सहारा, टूटा दुखों का पहाड़
बेटे की हत्या पर नेत्रहीन मां ऊषा व दोनों बहन का हाल बेहाल है। उनके ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। स्वजन का कहना था कि सत्यप्रकाश मेहनत-मजदूरी व खेती करके किसी तरह से
परिवार का पालन पोषण कर रहा था।