गोशालाओं में गोवंशों की हालत बद से बदतर

जागरण टीम औरैया भले ही योगी सरकार गोवंशों को हरा-भरा चारा और उनकी देखभाल सही

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 11:26 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 11:26 PM (IST)
गोशालाओं में गोवंशों की हालत बद से बदतर
गोशालाओं में गोवंशों की हालत बद से बदतर

जागरण टीम, औरैया: भले ही योगी सरकार गोवंशों को हरा-भरा चारा और उनकी देखभाल सही तरीके से किए जाने के लिए फिक्रमंद है। लेकिन, जिम्मेदार उनकी इस मंशा पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं। यही वजह है कि अस्थाई गोशालाओं पर गोवंश देखरेख के अभाव में दम तोड़ रहे हैं। बिधूना के भिखरा गांव में संचालित गोशाला में बीती रात एक गोवंश की मौत हो गई है। वहीं अछल्दा विकासखंड के सरैया गांव में संचालित गोशाला में पांच दिन के अंदर दो गोवंश की मौत हो चुकी है। यहां पर गोवंशों को हरा चारा नसीब नहीं हो पा रहा है।

विकासखंड बिधूना के ग्राम भिखरा में संचालित गोशाला में रविवार देर रात्रि एक और गाय ने दम तोड़ दिया। सोमवार सुबह पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एनएन शुक्ला ने गोशाला पहुंचकर मृत गोवंश के शव का पोस्टमार्टम कराया। इसके बाद शव का दफना दिया गया। मौत के कारण को वह स्पष्ट नहीं कर सकें। सतर्कता जरूरी दिखी। गोशाला में गोवंशों को गला घोंटू बीमारी के टीके लगवाए गए। उधर, अछल्दा विकासखंड के गांव सरैया में स्थित गोशाला का हाल बद से बदतर है।

----------- गोशाला में ताला, भूखे गोवंश

अछल्दा विकासखंड के गांव सरैया में स्थित गोशाला में सोमवार को ताला पड़ा हुआ था और गोवंश भूखे थे। बाहर लिखे नंबर पर संपर्क किया, तो गो-सेवक शिव नाथ गोशाला पहुंचे। बंद ताला खोला। गोशाला में ताला पड़े होने पर उन्होंने बताया कि उनको 20 माह से एक रुपया भी नहीं मिला है। यहां पर 30 गोवंश हैं, जिनकी देखरेख के लिए तीन लोगों को रखा गया है। शिवनाथ ने बताया की एक वर्ष से सूखा भूसा ही गोवंशों को दिया जा रहा है। हरा-चारा व दाना नहीं है। कई बार अधिकारियों को बताया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पांच दिनों में दो गोवंश की मौत हो चुकी है। इस बाबत खंड विकास अधिकारी केके मिश्रा से जवाब लिया गया तो उन्होंने कहा कि जांच कराई जाएगी।

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