संभावित तीसरी लहर में आड़े आएगी बाल रोग विशेषज्ञों की कमी

जागरण संवाददाता औरैया कोरोना के कहर में चिकित्सकों की कमी का दंश स्वास्थ्य विभाग के साथ

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 11:32 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 11:32 PM (IST)
संभावित तीसरी लहर में आड़े आएगी बाल रोग विशेषज्ञों की कमी
संभावित तीसरी लहर में आड़े आएगी बाल रोग विशेषज्ञों की कमी

जागरण संवाददाता, औरैया: कोरोना के कहर में चिकित्सकों की कमी का दंश स्वास्थ्य विभाग के साथ ही संक्रमण मरीजों को झेलना पड़ा था। इसकी भरपाई अभी तक नहीं हो पाई थी कि शासन की स्थानांतरण प्रक्रिया और शुरू हो गई। इसमें जनपद में एक मात्र बाल रोग विशेषज्ञ का स्थानांतरण हो गया। इसकी भरपाई आज तक नहीं हो पाई है। जनपद बाल रोग विशेषज्ञों से खाली है। ऐसे में उपकरण व दवाएं क्या काम आएंगी। जब बच्चों की नब्ज टटोलने वाले ही नहीं होंगे।

जनपद में अभी सिर्फ एक बाल रोग विशेषज्ञ डा. विनय शेखर श्रीवास्तव तैनात हैं। जबकि डा. इमरान का स्थानांतरण कानपुर हो चुका है। ऐसे में संभावित तीसरी लहर जिसमें बच्चों पर ज्यादा प्रभाव पड़ने के संकेत भी मिल रहे हैं। बिना बाल रोग विशेषज्ञ के सारी तैयारियां धरी की धरी रह जाएंगी। दवाइयां होंगी, लेकिन बच्चों को डोज कितनी देनी है बताने वाले ही नहीं होंगे। अबोध बच्चों का दर्द जानने वाले विशेषज्ञों का होना बहुत जरूरी है।

-----------------------

एल-2 अस्पताल में रहेगी विशेषज्ञों की कमी

जनपद में पांच कोविड एल-2 अस्पताल बनाए गए हैं। प्रत्येक अस्पताल में कम से कम तीन विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती होनी ही चाहिए। लेकिन, इस समय सिर्फ एक ही तैनात है। जबकि सौ शैय्या जिला अस्पताल के अलावा दिबियापुर, बेला, अछल्दा व अयाना भी कोविड अस्पताल बनाए गए हैं। ऐसे में यहां पर विशेषज्ञों की कमी आड़े आएगी।

----------------------

तीन स्वास्थ्य टीमों को दिया गया प्रशिक्षण

कोविड प्रभारी सीएमएस डा. कुलदीप यादव ने बताया कि जूल व जुलाई में 30-30 कर्मियों की तीन टीमों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। बच्चों के रोगों के संबंध में सभी को पूर्ण जानकारी दी गई है। एक बाल रोग विशेषज्ञ आगरा से स्थानांतरित होकर आए हैं। अभी तक उन्होंने चार्ज नहीं संभाला है।

chat bot
आपका साथी