शिक्षा के उपवन में गुलाब की खुशबू

जागरण संवाददाता औरैया ऐ गुलाबपुर आ तुझमें गुलाब भर दूं शिक्षा की महक संग सब कुछ ग

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 10:50 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 10:50 PM (IST)
शिक्षा के उपवन में गुलाब की खुशबू
शिक्षा के उपवन में गुलाब की खुशबू

जागरण संवाददाता, औरैया : 'ऐ गुलाबपुर आ तुझमें गुलाब भर दूं, शिक्षा की महक संग सब कुछ गुलजार कर दूं। यह सपना सच कर दिखाया है अंग्रेजी माध्यम प्राइमरी स्कूल गुलाबपुर की प्रधानाध्यापिका रश्मि ने। एक बारगी देखने पर यह स्कूल किसी भी निजी विद्यालय से कम नहीं दिखाई देता है। बच्चों के स्वागत के लिए प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ अन्य कई तरह से साज सज्जा की गई है।

यथा नाम तथा गुण की भावना को चरितार्थ करता यह विद्यालय अपनी कहानी स्वयं कह रहा है। विभिन्न प्रकार की प्रजातियों के गुलाब यहां देखने को मिल जाएंगे। कोविड- 19 की चुनौतियों को अवसर में बदल के रश्मि ने विद्यालय को बिल्कुल अलग रंग दे दिया है। बच्चों के आने से पहले सब बदला बदला सा उनको अहसास होगा। विद्यालय को खाली समय में लाल, पीले, गुलाबी, सफेद, नारंगी, मैरून गुलाबों से सजा मधुबन वाटिका का नाम दिया। इसी के साथ एक धन्वंतरि आयोग्य वाटिका का निर्माण भी विभिन्न प्रकार की औषधीय पौधों को रोपित करके किया गया। पक्षियों के लिए विशेष इंतजाम कर पक्षी विहार की स्थापना उनके लिए छोटे-छोटे घरौंदे लगाकर किया गया है। बच्चों में खेल प्रतिभा विकसित करने के लिए ध्यानचंद स्टेडियम का निर्माण किया गया है। एक वृहद बाल पुस्तकालय की स्थापना की गई है। अत्यंत पिछड़े क्षेत्र के इस गांव में शिक्षा की बड़ी अलख जगा कर रखी है। प्रोजेक्टर के माध्यम से 200 छात्रों को शिक्षा हो या बाल सुलभ कविताओं की रचना, रश्मि सबको सरल बना बच्चों को पढ़ाने की व्यवस्था की जा रही है। विभिन्न पाठयक्रम पर सरल कविताओं का निर्माण कर वो शिक्षण को बाल केंद्रित रूप देती दिखाई पड़ती हैं। सभी क्लास रूम प्रिट, रिच, अध्ययन सामग्री, बाल पेंटिग, वृहद टीएलएम, ग्रीन व रेड मैट से सुसज्जित हैं। जनपद स्तर पर कई बार पुरस्कृत इस विद्यालय कोविड के बाद अपनी पूरी ऊर्जा से बच्चों के स्वागत को तैयार है। प्रधानाध्यापिका ने समस्त सहयोगी शिक्षक राहुल सिंह व शिक्षिका तृप्ति दीक्षित, सुनीता, शालिनी पोरवाल, प्रियंका वर्मा के साथ गुब्बारों व प्रकृति के अलौकिक सौन्दर्य से स्कूल को सजाया है। सभी रसोइया माताओं सावित्री देवी, पपीरा देवी व लज्जा देवी ने रसोई से संबंधित सभी तैयारियां पूर्ण कर ली हैं। सभी उस पल का इंतजार कर रहे हैं जब नए सत्र में बच्चों को खुशहाल वातावरण देने का गौरव हासिल करेंगे। जब इस गुलाबपुर के उपवन में शिक्षा का गीत गाया जाएगा।

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