बारिश में गिरी कच्चे मकान की छत, पानी से घिरे गांव-फसल जलमग्न

जागरण टीम औरैया आसमान में उमड़-घुमड़ रहे बादल सावन के पहले सोमवार से बरस रहे है

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 11:28 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 11:28 PM (IST)
बारिश में गिरी कच्चे मकान की छत, पानी से घिरे गांव-फसल जलमग्न
बारिश में गिरी कच्चे मकान की छत, पानी से घिरे गांव-फसल जलमग्न

जागरण टीम, औरैया: आसमान में उमड़-घुमड़ रहे बादल सावन के पहले सोमवार से बरस रहे हैं। दिन-रात हो रही बारिश की वजह से कुछ जगहों पर भारी नुकसान हुआ है। जिले में रविवार को भी बारिश होती रही। कंचौसी कस्बा में साफ-सफाई न होने की वजह से माइनर ओवरफ्लो हो गए। इससे कई बीघा खेतों में पानी भर गया। सहार ब्लाक के नौगवा ग्राम पंचायत के मजरा पुरवा महिपाल में दो कच्चे मकान का छज्जा व बाउंड्री ढह गई। किसी तरह से घर में रह रहे लोगों ने अपनी जान बचाई। इसके अलावा ब्लाक की ग्राम पंचायत पट्टी ज्ञानी में कच्चे मकान की छत गिर पड़ी। इसमें दंपती व दो बच्चे बाल-बाल बचे।

तेज बारिश के चलते जिले में अब तक दो दर्जन से ज्यादा कच्चे मकान बारिश में ढह चुके हैं। इसके अलावा बिधूना, अजीतमल, एरवाकटरा, सहार, सहायल, दिबियापुर में कई पेड़ गिर चुके हें।

औरैया विकासखंड में 28 जुलाई को कानपुर रोड पर एक शीशम का पेड़ जड़ समेत उखड़ कर गिर पड़ा था। बारिश से हो रहे नुकसान का सिलसिला थमा नहीं है। शनिवार को देर रात बादल जमकर बरसे। करीब चार घंटे जिले में बारिश हुई। इसमें कई गांव, कस्बे बारिश व माइनर के उफान मारने से पानी में घिर गए। फसलें जलमग्न हो गई। ऐसे में किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जलभराव की समस्या को कम करने के लिए लोगों को खुद से मेहनत करनी पड़ रही है। नगर पालिका, पंचायतें व तहसील अमला लोगों की परेशानी को दूर नहीं कर पा रहा। लोगों में प्रशासन के लचर रवैये की वजह से नाराजगी है। उनका कहना है कि समय रहते जलनिकासी की चिता नहीं की गई। इस वजह से दुश्वारियां और बढ़ी हैं। यमुना व पांडू नदी में भी जलस्तर बढ़ गया है।

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बारिश में गिरी मकान की छत, झोपड़ी में रहने को विवश:

सहार विकासखंड की ग्राम पंचायत पट्टी ज्ञानी में शनिवार देर रात बलराम सिंह के कच्चा मकान की छत गिर पड़ी। इसमें उनकी पत्नी गुड्डी देवू व बच्चे बाल-बाल बचे। अजीतमल के गांव सोनासी में तीन कच्चे मकान ढह गए। अछल्दा में गांव सरायखाती, अहिरान, गासीपुर, हसनपुर में आधा दर्जन से ज्यादा कच्चे मकान व झोपड़ी बारिश में गिर पड़ी। इसी प्रकार अन्य ब्लाकों से जुड़ी ग्राम पंचायतों के गांवों का हाल बारिश से बेहाल हो चुका है।

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48 घंटे में भारी वर्षा का अनुमान:

जिले में लगातार सात दिन हुई बारिश का असर देखने को मिला है। अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। मौसम विज्ञानी डा. अनंत कुमार का कहना है कि 48 घंटे में भारी वर्षा का अनुमान है।

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