गर्मी और सर्दी की दांवपेच में फंसे लोग
जागरण संवाददाता औरैया बदलते मौसम से जहां मौसम विज्ञानी हैरान हैं वहीं आमजन व किसान भ
जागरण संवाददाता, औरैया : बदलते मौसम से जहां मौसम विज्ञानी हैरान हैं, वहीं आमजन व किसान भी सशंकित हैं। न जाने कब बूंदाबांदी शुरू हो जाए व उनकी फसल प्रभावित हो जाए। इसके अलावा सर्द-गर्म से स्वास्थ्य खराब होने का भी खतरा बना हुआ है। शुक्रवार को पूरे दिन बादल छाए रहे। बूंदाबांदी भी होती रही। लेकिन,शनिवार को सुबह से धूप खिली रही। जनपद का न्यूनतम तापमान 17 व अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस मापा गया। आठ किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चली हवा से राहत मिलती दिखी। मौसम विज्ञानियों का मानना है कि उत्तर भारत की पहाड़ियों पर यदि बर्फबारी हो जाती है तो सर्दी फिर लौट सकती है। फिलहाल पश्चिमी विक्षोभ के कारण आने वाले दिनों में बारिश भी हो सकती है।
मार्च की शुरूआत से ही पसीना छुड़ाने वाली गर्मी पड़नी शुरू हो गई। जबकि आधी रात के बाद ठंडक भी हो रही है। मच्छरों का संकट दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। बीते दिन बादलों के छाए रहने व गरज के साथ बूंदाबांदी होने से एक बार सर्दी लौटती नजर आई। लेकिन शनिवार को निकली तेज धूप ने फिर गर्मी का अहसास कराया। लेकिन हवा में ठंडक होने से सूर्यास्त के समय से सर्दी का असर महसूस होने लगा। लोगों ने हल्के गर्म कपड़ों का उपयोग करते नजर आए। बच्चे, बूढ़े और जवानों के लिए इस तरह का मौसम स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदेह है। इस समय बेहद बचाव करना पड़ता है। मौसम विज्ञानी डा.अनंत कुमार ने बताया कि ऐसे मौसम में अपने को बचाने की कवायद की जानी चाहिए।