तीन घंटे की बारिश में पार्क, गलियां लबालब, घरों में भी घुसा पानी
जागरण संवाददाता औरैया जिले में 15 जून से मौसम ने करवट लिया है। हर दिन बारिश हो रही
जागरण संवाददाता, औरैया: जिले में 15 जून से मौसम ने करवट लिया है। हर दिन बारिश हो रही है। शुक्रवार की सुबह से बादल छाए रहे। पूर्वाह्न करीब 11 बजे मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल गया। बारिश शुरू हो गई। जिससे गर्मी से राहत तो मिली। लेकिन लोगों को आवागमन में दिक्कतें बढ़ गईं। सड़क-बाजार व मोहल्लों की गलियां जलमग्न होने से सब कुछ जहां का तहां ठहर सा गया। जो जहां भी था, बारिश से बचते दिखा। यही नहीं, पानी की निकासी के रास्ते सिल्ट से पटे होने से ज्यादातर मोहल्ला में लोगों के घरों के बेडरूम तक लबालब हो गए। बारिश से मूंग-उड़द की फसल को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा सहायल स्थित नवोमोहन क्रय केंद्र सहित कंचौसी, दिबियापुर, बिधूना, अजीतमल आदि विकासखंड के केंद्रों पर कई क्विटल गेहूं भीग गया। झमाझम बारिश से अधिकतम तापमान 30 व न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हवा का रुख बदलने के साथ बादल गरज के साथ बदसे। सुबह से आसमान में बादल मंडराने लगे थे। पूर्वाह्न अचानक बूंदाबांदी शुरू हो गई। कुछ मिनट बाद बादल जमकर बरसे। करीब तीन घंटे बारिश हुई। इसमें गली-मोहल्लों के साथ लोगों के घर तक बारिश का पानी पहुंच गया। इससे दुश्वारियां बढ़ी। आवास विकास, ब्रह्मनगर, ओम नगर, नरायनपुर, तिलक नगर आदि मोहल्लों के ज्यादातर घर में पानी की निकासी बमुश्किल हो सकी। इसमें लोगों को काफी नुकसान भी पहुंचा। उनकी नाराजगी नगर पालिका परिषद की कार्यशैली को लेकर रही। लोगों का कहना था कि समय रहते नाली-नालों की सफाई नहीं कराई गई। जिस कारण बारिश का पानी घरों में घुस गया। इससे गृहस्थी भी भीग गई। उधर, गेहूं क्रय केंद्रों पर भी बारिश से काफी नुकसान हुआ है। नवोमोहन क्रय केंद्र पर करीब तीन क्विंटल गेहूं की भीग गया। इसके अलावा कई और केंद्रों पर गेहूं बारिश से भीग गए। जिसे बचाने में क्रय केंद्र प्रभारी व सचिव को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। जलभराव की समस्या जिले के सभी ब्लाकों में भी देखने को मिली।
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देर शाम तक मिली राहत
घर व मोहल्लों में बारिश का पानी नालियां चोक होने से आ गया। जो देर शाम तक निकल सका। ऐसे में लोगों ने नगर पालिका व प्रशासन को जमकर कोसा। उनका कहना था कि बारिश का मौसम होने के बावजूद महकमा अलर्ट नहीं रहा। इसका खामियाजा भुगतना पड़ा है। ज्यादातर मोहल्लों में भरा बारिश का पानी बमुश्किल निकला। उधर, बारिश से खेतों में कटी पड़ी मूंग की फसल को तिरपाल से बचाने की कवायद किसानों को करनी पड़ी। उड़द की फसल को भी बारिश से नुकसान पहुंचा है।
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चार दिन में 3.1 एमएम बारिश हुई
मौसम विज्ञानी अनंत कुमार के अनुसार हवा का रुख बदलने से मौसम पूरी तरह से बदल गया है। 15 जून से अब तक करीब 3.1 एमएम बारिश हो चुकी है। आगे भी बारिश के आसार हैं।