जलनिकासी का रास्ता न होने से डूबी धान की फसल

संसू कंचौसी गंदगी से पटी नाली व जल निकासी के रास्तों पर अतिक्रमण का नासूर किसानों के लिए

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 05:43 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 05:43 PM (IST)
जलनिकासी का रास्ता न होने से डूबी धान की फसल
जलनिकासी का रास्ता न होने से डूबी धान की फसल

संसू, कंचौसी: गंदगी से पटी नाली व जल निकासी के रास्तों पर अतिक्रमण का नासूर किसानों के लिए दुश्वारियों का कारण बना हुआ है। सदर तहसील के भाग्यनगर ब्लाक में कुछ गांवों में धान की फसल 19 व 20 नवंबर को हुई बारिश से भरे पानी में अभी भी डूबी हुई हैं। ऐसे में सौ एकड़ से ज्यादा फसलों पर संकट के बादल है। पीड़ित किसानों ने जनसुनवाई पोर्टल के जरिये शासन को अपनी पीड़ा बताई है । साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों के सामने दुखड़ा रोया है। उधर, मौसम विभाग ने दिसंबर के पहले सप्ताह में एक बार फिर हवा के करवट लेने से बारिश होने का संकेत दिया है।

जिले में मौसम में बदलाव बना हुआ है। सुबह व शाम हवा सर्द होने से तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही। सोमवार को सुबह से धूप रही लेकिन अधिकतम तापमान 26 व न्यूनतम 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा 19 और 20 नवंबर को हुई बारिश का पानी कई ब्लाकों की ग्राम पंचायतों के गांवों के खेतों में भरा हुआ है। सहार, एरवाकटरा, बिधूना, बेला व सहायल के अलावा कंचौसी स्टेशन के पास बसे गांवों में ज्यादातर खेतों में धान की फसल जलमग्न हैं। भाग्यनगर ब्लाक के गांव कंचौसी बिहारीपुर गांव में धान की सौ एकड़ से ज्यादा फसल पानी में डूबी हुई है। जल निकासी का कोई रास्ता सुनिश्चित न होने के कारण यह दुश्वारी किसानों की परेशानी बढ़ा रही है। जुताई व बुआई का कार्य भी नहीं हो पा रहा। पीड़ित किसानों में रामचंद्र, प्रेमचंद, सुरेश चन्द्र, सुभाष चंद्र, हरपाल सिंह, राहुल तिवारी, नाथूराम, सतीश चन्द्र, रणवीर सिंह ने संयुक्त रूप से जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा को शिकायती पत्र देकर समस्या का निस्तारण कराने की मांग की है। किसानो का कहना है कि जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से शासन को भी दुश्वारियों से अवगत कराया गया है।

chat bot
आपका साथी