मालगाड़ी की चपेट में आए एक छात्र की मौत, दूसरा गंभीर

संवादसूत्र दिबियापुर कानपुर की ओर जा रही मालगाड़ी की चपेट में आने से एक छात्र की मौत हा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 11:17 PM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 11:17 PM (IST)
मालगाड़ी की चपेट में आए एक छात्र की मौत, दूसरा गंभीर
मालगाड़ी की चपेट में आए एक छात्र की मौत, दूसरा गंभीर

संवादसूत्र, दिबियापुर : कानपुर की ओर जा रही मालगाड़ी की चपेट में आने से एक छात्र की मौत हो गई, जबकि दूसरा छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया। दिल्ली-हावड़ा के मध्य फफूंद रेलवे स्टेशन के फ्रंट रेलवे कॉरिडोर के पास हुई इस घटना से स्वजन बेहद गमगीन हैं। दोनों छात्र एनटीपीसी की परीक्षा देने गाजियाबाद जाने वाले थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गंभीर रूप से घायल छात्र को स्थानीय सीएचसी में भर्ती कराया। जहां हालत गंभीर होने पर उसे रेफर कर दिया गया।

शुक्रवार की सुबह कस्बा के इंदिरा नगर भट्टा बस्ती निवासी 19 वर्षीय मोहित उर्फ शिवम पुत्र रामदास अपने साथी 24 वर्षीय आदित्य पुत्र देशराज दोहरे के साथ गोमती एक्सप्रेस से गाजियाबाद में एनटीपीसी की परीक्षा देने जा रहे जा रहे थे। कानपुर की ओर जा रही मालगाड़ी की चपेट में आने से मोहित की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आदित्य गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसा होते देख मौके पर लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। सूचना पर पहुंची एंबुलेंस ने घायल आदित्य कुमार को सीएचसी में भर्ती कराया। यहां पर डॉक्टरों ने उसकी हालत नाजुक देखते हुए रेफर कर दिया। हादसे की सूचना पर पहुंचे स्वजन का रो- रोकर बुरा हाल है।

---------------------

आइएएस अफसर बन देश की सेवा करना चाहता था मोहित

संवादसूत्र, दिबियापुर : शुक्रवार को ट्रेन से कटकर हुई युवक की मौत से स्वजन के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। आइएएस अधिकारी बनकर देश की सेवा करना चाहता था मोहित। उसके बाबा बेला थाने के बरौली गांव निवासी थे और उन्होंने कस्बा के राणा नगर में बीते 30 वर्ष पूर्व अपने मकान बनवाया था। तब से वह वहीं पर रह रहे थे। प्रशासनिक अधिकारी बनने के लिए वह दिन-रात पढ़ाई करता था। हादसे में मौत हो जाने पर उसके माता-पिता का सपना भी चकनाचूर हो गया।

शुक्रवार की सुबह कस्बा के इंदिरा नगर भट्टा बस्ती निवासी मोहित उर्फ शिवम की कानपुर की ओर जा रही मालगाड़ी की चपेट में आ जाने से मौके पर मौत हो गई। जबकि भट्टा बस्ती निवासी उसके दोस्त आदित्य गंभीर रूप से घायल हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वह दोनों रेलवे लाइन के किनारे होते हुए प्लेटफार्म पर जा रहे थे। तभी पीछे से आ रही मालगाड़ी ने बहुत बार हॉर्न बजाया, लेकिन घने कोहरे के कारण दोनों समझ नहीं पाए। रेलवे लाइन कुछ दिन पूर्व ही चालू हुई है, ज्यादातर लोगों को जानकारी नहीं है कि यह लाइन चालू हो चुकी है। रेलवे फाटक पर एक साथ कई लाइनें बिछी हुई हैं, जिसके चलते भी अंदाजा नहीं लगता है की ट्रेन किस लाइन पर आएगी। सुबह घना कोहरा भी हादसे का कारण बन गया। लोगों ने कहा कि फुट ओवर ब्रिज न बनना भी हादसे का कारण बनता है। फ्लाई ओवर पर दोनों तरफ सीढि़यों के लिए जगह छोड़ी गई है, जिससे लोग आसानी से इस तरफ से उस तरफ जा सके। ओवरब्रिज बने कई वर्ष बीत जाने के बावजूद अभी तक सीढि़यां नहीं बनाई गई हैं। जिसके चलते लोग रेलवे लाइन पार करके ही इस तरफ से उस तरफ जाते हैं। लोगों ने कई बार रेलवे व शासन प्रशासन को पत्र लिखकर भी सीढि़यां बनवाई जाने की मांग की है लेकिन अभी तक सीढि़यां नहीं बन पाई हैं। इनसेट :

आधी अधूरी तैयारी के साथ कोरिडोर फ्रेंड रेलवे लाइन का चालू होना भी हादसे का कारण बना है। रेलवे फाटक बाउंड्री अभी पूरी नहीं की गई है। लोगों कहना है अगर बाउंड्री बना दी गई, तो उन्हें दो किलोमीटर चक्कर काट कर जाना पड़ेगा। जिसके चलते विभाग ने बाउंड्री वॉल के लिए काफी जगह छोड़ रखी है और लोग वहीं से साइकिल व पैदल मार्ग बनाए हुए हैं।

chat bot
आपका साथी