ॐ नम: शिवाय

जागरण संवाददाता औरैया शहर के मध्य जेसीज चौराहा स्थित काली माता मंदिर में शिव परिवार

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 11:27 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 11:27 PM (IST)
ॐ नम: शिवाय
ॐ नम: शिवाय

जागरण संवाददाता, औरैया: शहर के मध्य जेसीज चौराहा स्थित काली माता मंदिर में शिव परिवार स्थापित है। लाखों शिव भक्तों की आस्था का केंद्र है। श्रावण मास के अतिरिक्त वर्ष भर पूरे नगर के भक्तगण शिवलिग पर जलाभिषेक करते हैं। अन्य मंदिरों की तरह ही यह सिद्धपीठ में शुमार है। वर्ष में दो बार श्रीमछ्वागवत कथा व अन्य धार्मिक आयोजन भी होते हैं। सावन के दूसरे सोमवार पर यहां सैकड़ों भक्त जलाभिषेक व दुग्धाभिषेक करते नजर आए।

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मंदिर का इतिहास-

मंदिर में शिव लिग की स्थापना करीब 200 वर्ष पूर्व होना बताया जाता हैं। मंदिर के पास उसी समय का कुआं भी बना हुआ है। यहां पर प्राचीन मां काली का मंदिर है। परिसर में हनुमान, शनिदेव के विग्रह भी स्थापित हैं। वर्ष भर यहां पर भक्तों का जमावड़ा रहता है। सुबह और शाम आरती के बाद भजन कीर्तन में सैकड़ों श्रद्धालु रोजाना शामिल होते हैं।

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विशेषताएं-

शहर व ग्रामीण क्षेत्र को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग के पास ही मंदिर है। मंदिर से कुछ ही दूरी पर न्यायालय संचालित हैं। लोग मां व भोले बाबा के दर्शन करने के बाद ही न्यायालय जाते हैं। सुबह-शाम शहर का व्यापारी, सरकारी कर्मचारी व अन्य सैकड़ों श्रद्धालु यहां पर शिव पूजन अर्चन करने आते हैं। मंदिर से हर किसी की आस्था जुड़ी हुई है। कोई भी भक्ति शिव दरबार से आज तक निराश नहीं लौटा है। शादी आदि कार्यक्रमों में यहां पर विशेष पूजा अर्चना करने लोग आते हैं। महंत 108 अशोक तिवारी का कहना है कि आस्था व श्रद्धा मंदिर व शिवलिग से जुड़ी है। दूर दराज से शिवभक्त मंदिर में दर्शन के लिए आते

हैं।

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व्यवस्थाएं-

मंदिर की व्यवस्थाओं की देखरेख के लिए कमेटी गठित है। पुजारी यहां नित्य आरती पूजन व अन्य व्यवस्थाएं संभाले हुए हैं। श्रावण मास में प्रति सोमवार भक्तों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो जाती है। इसके लिए विशेष व्यवस्था की गई है।

-दिनेश तिवारी

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श्रावण मास में हर सोमवार भक्तों का सैलाब होता है। कोरोना की वजह से हालात चाहे जैसे भी हो, लेकिन भोले शिव के प्रति आस्था मंदिर में देखने को मिलती है।

-संजीव चतुर्वेदी

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