ॐ नम: शिवाय
जागरण संवाददाता औरैया शहर के ब्रह्मनगर मोहल्ला स्थित भोलेश्वर मंदिर लाखों शिव भक्तों की आ
जागरण संवाददाता, औरैया: शहर के ब्रह्मनगर मोहल्ला स्थित भोलेश्वर मंदिर लाखों शिव भक्तों की आस्था का केंद्र है। श्रावण मास के अतिरिक्त वर्ष भर पूरे नगर की मां, बहनें व पुरुष शिवलिग पर जलाभिषेक करने के लिए आते हैं। अन्य मंदिरों की तरह ही यह सिद्धपीठ में शुमार है। शिवरात्रि आदि पर्व पर धार्मिक आयोजन भी होते हैं। कई वर्ष इस पुराने मंदिर में भोले शिव की पूजा-अर्चन करने के लिए आसपास के मोहल्लों व कस्बों से भक्त आते हैं। यहां पर रोजाना जलाभिषेक करने के लिए पूरे नगर से लोग पहुंचते हैं।
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मंदिर का प्राचीनतम इतिहास:
मंदिर में शिव लिग की स्थापना करीब 150 वर्ष होना बताया जाता हैं। मंदिर से लगा हुआ काफी पुराना कुआं बना है। इसमें शिलापट लगा हुआ है। जो ब्रिटिश शासन काल से पहले का बताया गया। देखरेख व रखरखाव आने वाले भक्त करते हैं। शिव परिवार के साथ ही हनुमान जी व दुर्गा देवी की मूर्तियां स्थापित हैं।
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विशेषताएं
भोलेश्वर मंदिर शहर व ग्रामीण क्षेत्र को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पर स्थापित है। यहां से निकलने वाले राहगीर यहां पर कुछ देर विश्राम करने के बाद ही अपने गंतव्य हो जाते हैं। मंदिर से हर किसी की आस्था जुड़ी हुई है। कोई भी भक्ति शिव दरबार से आज तक निराश नहीं लौटा है। शादी आदि कार्यक्रमों में यहां पर विशेष पूजा अर्चना करने लोग आते हैं।
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व्यवस्थाएं
मंदिर की व्यवस्थाओं की देखरेख के लिए कमेटी गठित है। यहां नित्य आरती पूजन होती है। श्रावण मास में भक्तों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो जाती है। बेहतर व्यवस्था के लिए सारे उपाय किए गए हैं।
-सूर्य कुमार मिश्र,पुजारी (फोटो-5)
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करीब 50 वर्ष से भोले नाथ के दरबार में सुबह शाम पूजा अर्चना करने आता हूं। लोगों की आस्था तो यहां देखते ही बनती है। हमारी कई मनोकामनाएं उनके कृपा पूरी हुई हैं।
-हरिशंकर (फोटो-6)