गरुड़ एप से अब बीएलओ का काम होगा आनलाइन

जागरण संवाददाता औरैया यदि 18 वर्ष पूरे हो गए हो तो युवा मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाएं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 05:23 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 05:23 PM (IST)
गरुड़ एप से अब बीएलओ का काम होगा आनलाइन
गरुड़ एप से अब बीएलओ का काम होगा आनलाइन

जागरण संवाददाता, औरैया : यदि 18 वर्ष पूरे हो गए हो तो युवा मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाएं। आगामी एक नवंबर से संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान शुरू हो रहा है। इस दौरान नया नाम जुड़वाने, संशोधन कराने का मौका है। यदि विधान सभा क्षेत्र बदल गया है तो भी बदलाव करवा सकते हैं। सभी प्रकार के आवेदन डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डाट एनएसवीपी डाट इन व वोटर हेल्पलाइन एप के माध्यम से आनलाइन किया जा सकता है। कामन सर्विस सेंटर के माध्यम से भी आनलाइन आवेदन दे सकते हैं।

उप जिला निर्वाचन अधिकारी रेखा एस चौहान ने बताया कि अगले वर्ष प्रस्तावित विधानसभा चुनाव के लिए मतदाता सूचियों को अपडेट कर त्रुटिहीन बनाने के लिए विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान एक नवंबर से शुरू होगा। पुनरीक्षण कार्यक्रम के बीच विशेष अभियान भी चलाए जाएंगे। सात नवंबर को पहला विशेष अभियान होगा। इसके बाद 13, 21 और 28 नवंबर को विशेष अभियान चलाया जाएगा। विशेष अभियान के दिन अपने मतदान केंद्र पर पहुंचकर मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने का अवसर होगा। बीएलओ और चुनाव प्रक्रिया से जुड़े अन्य अधिकारी कर्मचारी मतदान केंद्रों पर ही मौजूद रहेंगे। उन्होने निर्देश दिया कि पिछले चुनाव में कम मतदान वाले बूथो पर विशेष तौर पर ध्यान देते हुए मतदाता जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया जाये। उन्होने कहा कि आयोग के निर्देशानुसार जेंडर रेशियो को भी मतदाता सूची में संतुलित किये जाने की आवश्यकता है।

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बीएलओ गरुड़ एप से करेंगे संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्य:

उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने वोटर हेल्प लाइन के बाद बीएलओ के लिए गरुड़ एप लांच किया है। इसके तहत बीएलओ अपने स्मार्ट मोबाइल में इस साफ्टवेयर को अपलोड कर घर-घर जाकर मतदाता सूची में नाम बढ़ाने, संशोधन, विलोपन का कार्य करेंगे। इससे मतदाताओं को जहां सहूलियत होगी, वहीं पारदर्शिता व समय की भी बचत होगी।

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इंटरनेट मीडिया पर हो मतदाता जागरूकता का प्रचार-प्रसार:

उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि जनपद में ट्विटर हैंडल, इंस्टाग्राम, इंटरनेट मीडिया, फेसबुक, यू-ट्यूब आदि के माध्यम से मतदाता जागरूकता हेतु स्वीप कार्यक्रमों की गतिविधियों का प्रचार प्रसार सुनिश्चित कराया जाए। इंटरनेट मीडिया से संबंधित पेजों पर फालोअर्स की संख्या बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जाए।

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