कोविड एल-2 अस्पताल में अब 300 बेड
जागरण संवाददाता औरैया कोरोना की दूसरी लहर से पार पाने के लिए शासन प्रशासन ने पूरी ता
जागरण संवाददाता, औरैया: कोरोना की दूसरी लहर से पार पाने के लिए शासन प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक रखी है। आपदा की इस घड़ी में जहां शुरुआती दौरान में आधी अधूरी तैयारियों से सैकड़ों मरीजों की मौत हो गई, वहीं बिगड़ते हालातों को संभालने का प्रयास भी 45 दिन में किया गया। मरीजों की बढ़ती संख्या व टूटती सांसों को ऑक्सीजन देने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन सतर्क हुआ है। कोविड एल-2 अस्पताल में एक अप्रैल को महज 100 बेड थे, जिनकी संख्या 15 मई तक 300 तक पहुंच गई।
जिले में चिचौली स्थित कोविड एल-2 अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार किया जा रहा है। अस्पताल में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। इसके अलावा संक्रमण का खतरा कम होने लगा है। लेकिन इस पर अभी भी सतर्कता बरतनी जरूरी है। हमने जो कुछ 45 दिनों में हासिल किया है। उसकी समीक्षा कर आगे आने वाली आपात स्थितियों से निपटने की योजना तैयार करनी है। एक कोविड संक्रमित की जान बचाने के लिए ऑक्सीजन के एक सिलिडर की व्यवस्था करना मुश्किल हो रहा था। आज जिले में 100 सिलिडर रिजर्व में रखे गए हैं। जिला प्रशासन के प्रयासों से होम आइसोलेशन के मरीजों को जरूरत पड़ने पर आक्सीजन उपलब्ध कराई जा रही है।
----- ऑक्सीजन में आत्मनिर्भरता होगा जिला कोरोना के चलते आगे कोई ऑक्सीजन की कमी से जान न गंवाए। इसके लिए कोविड एल-2 के चिचौली व दिबियापुर अस्पताल में पर्याप्त व्यवस्था है। अगले 15 दिन में चिचौली कोविड- 2 अस्पताल में आक्सीजन प्लांट संचालित होने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। हमीरपुर से भी 70 सिलिडर जिले को मिल रहे हैं।