निरोगी काया के लिए योग को बनाएं दिनचर्या का हिस्सा
जागरण टीम औरैया योग साधना आसन प्राणायाम ध्यान आदि का अभ्यास करने का सबसे अच्छा समय ब्रह्
जागरण टीम, औरैया: योग साधना, आसन, प्राणायाम, ध्यान आदि का अभ्यास करने का सबसे अच्छा समय ब्रह्म मुहूर्त (सूर्योदय से पहले) माना गया है। योगासन, योग साधना, प्राणायाम व ध्यान साथ ही योग की नेती नौली, कुंजल आदि क्रियाएं करने से शरीर स्वस्थ रहता है और कहीं न कहीं मानसिक तनाव कम होता है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर जगह-जगह उत्साह देखने को मिला। लोगों का कहना रहा कि निरोगी काया के लिए योग बहुत जरूरी है। कोरोना के आपदा काल में संक्रमण से बचाव में चिकित्सा के साथ योग को हिस्सा बनाया गया। इसके सार्थक परिणाम भी सामने निकल कर आए।
योग के प्रति बढ़ी अभिरुचि की वजह से ही अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर उत्साह से घरों में व कोविड प्रोटोकॉल के तहत कार्यक्रम में लोगों ने हिस्सा लिया। सरकारी कार्यालयों, रेलवे-रोडवेज बस स्टेशन, पार्कों व घरों की छत पर योग के प्रति उत्साह नजर आया। बच्चे, बूढ़े और जवान सभी इसका हिस्सा बने। टोल प्लाजा अनंतराम परिसर स्थित ग्राउंड में, विश्व योग दिवस पर डीजीएम सत्यवीर यादव व योग प्रशिक्षक अभिषेक भदौरिया ने टोल कर्मचारियों को ब्रह्म मुहूर्त में योग कराया। कर्मचारियों को योग के लाभ बताएं। इसके अलावा पुलिस लाइन व ककोर मुख्यालय सहित सरकारी कार्यालयों के मैदान-परिसर में योग साधना की गई। नहर डाक बंगला अछल्दा पर योग दिवस पर कृषि राज्य मंत्री दिबियापुर विधायक लाखन सिंह राजपूत ने लोगों के साथ योग साधना की। लाखन सिंह राजपूत ने कहा कि मन, इंद्रियों को नियंत्रित करने से शारीरिक व मानसिक व्याधियां दूर होने लगती है। इसलिए योग दिवस पर सभी को निरोगी रहने के लिए नियमित योग का संकल्प लेना चाहिए।
-------------- आनलाइन और वर्चुअल माध्यमों से अंतरराष्ट्रीय योग
आनलाइन व वर्चुअल माध्यमों से भी लोग एक दूसरे से योग दिवस पर जुड़े। घर की छत व कमरे में योग कर औरों को जागरूक करने वाला संदेश वर्चुअल तरीके से लोगों ने दिया। कोविड प्रोटोकॉल के तहत सारी कवायद की गई। इसके अलावा कई संगठनों व समितियों के तत्वावधान में योग दिवस पर कार्यक्रम हुए। सुबह सात बजे से 45 मिनट तक के कार्यक्रम में 100 से ज्यादा लोगों ने योगाभ्यास किया। सर्वप्रथम सामूहिक प्रार्थना के साथ शिथिलीकरण अभ्यास उपरांत खड़े होकर ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्ध चक्रासन, त्रिकोणासन्र, उष्ट्रासन, उत्तान मंडूकासन, वक्रासन, मकरासन कराकर शरीर और मन को शांत रखने के लिए ध्यान का अभ्यास किया। एरवाकटरा, बिधूना, अछल्दा, रुरुगंज, कंचौसी, दिबियापुर, सहायल, सहार, बेला सहित अन्य ब्लाकों में यह उत्साह देखने को मिला। उधर,चिचौली स्थित सौ शैया अस्पताल में भी योग दिवस का उत्साह देखने को मिला। यहां अस्पताल कर्मियों के अलावा चिकित्सकों ने भी योग किया।