इंटरलाकिग उखाड़ खोदी गई सड़क बनी नासूर

जागरण संवाददाता औरैया अंडरग्राउंड गैस पाइप लाइन बिछाए जाने के लिए एक निजी कंपनी द्वारा ब

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 11:19 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 11:19 PM (IST)
इंटरलाकिग उखाड़ खोदी गई सड़क बनी नासूर
इंटरलाकिग उखाड़ खोदी गई सड़क बनी नासूर

जागरण संवाददाता, औरैया: अंडरग्राउंड गैस पाइप लाइन बिछाए जाने के लिए एक निजी कंपनी द्वारा ब्रह्मनगर मोहल्ला में इंटरलाकिग उखाड़ सड़क खोद दी गई है। जिस कारण आने-जाने वालेलोगों की परेशानी बढ़ गई है। मिट्टी फैलने व बारिश के चलते फिसलन बढ़ गई है। गुरुवार शाम दो बाइक सवार फिसलने से घायल हो गए। करीब एक सप्ताह पहले ब्रह्मनगर मोहल्ला में इंटरलाकिग को उखाड़ निजी कंपनी द्वारा गैस पाइप लाइन को लेकर खोदाई कार्य कराया गया था। समय रहते कार्य पूरा न होने व बारिश के चलते दिक्कतें बढ़ी है। मोहल्ला निवासी रामदीन सिंह, तन्मय कुमार व आशुतोष अवस्थी ने बताया कि पाइप लाइन डालने के लिए खोदी गई सड़क को दुरुस्त नहीं कराया गया। पानी से मिट्टी बह रही है। जिस कारण फिसलने का खतरा हमेशा बना रहता है। गुरुवार की शाम करीब साढ़े सात बजे दो बाइक सवार फिसलने से घायल हो गए। पास की दुकान पर खड़े कुछ लोगों ने बाइक सवारों

को एक किनारे किया।

पात्रता सूची में नाम, फिर भी नहीं मिला पक्का मकान

जागरण संवाददाता, औरैया: प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत हर गरीब को पक्की छत देने की लक्ष्य भले ही कागजों में पूरा हो गया हो। लेकिन, अभी भी सैकड़ों पात्र लोग झोपड़ी में रहने को मजबूर हैं। मोहल्ला नरायनपुर निवासी करीब आधा दर्जन लोग ऐसे हैं, जिन्होंने योजना की शुरुआत हुई थी, तब आवेदन किया था। राजस्व टीम की जांच रिपोर्ट में उन्हें पात्र ठहराया गया, सूची में नाम भी शामिल कर लिया गया। लेकिन पक्की छत की चाहत अभी तक पूरी नहीं हो सकी। अभी भी उन्हें छप्पर में गुजारा करना पड़ रहा है।

रामवती पत्नी स्व.अगनू प्रसाद का कहना है कि योजना शुरू हुई थी, तब आवेदन किया था। पात्रता सूची में नाम भी है, जांच भी हो चुकी है। अभी तक कोई किश्त जारी नहीं हुई। एक कच्चा कमरा बना था जिसमें गुजारा कर रही थीं। अब वह भी गिर गया है। छप्पर व मोमिया डालकर गुजर बसर कर रही हैं। बेटा बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर गुजारा कर रहा है। कुसमा पत्नी अजय कुमार ने बताया कि उनका नाम भी सूची में आ गया है। उन्हें अब तक प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला है। वह व उनके पति भट्टा पर मजदूरी करके गुजारा कर रहे हैं। बारिश के समय में पूरी रात टपकते पानी में गुजारनी पड़ती है। कई बार तहसील दिवस में भी प्रार्थनापत्र दिए, कोई सुनवाई नहीं हुई।

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