दसवें महीने में ही कोरोना का हुआ 'दसवां'

चंद्रशेखर यादव औरैया जनपदवासियों की सक्रियता व आत्मविश्वास का ही परिणाम है कि आज जिला क

By JagranEdited By: Publish:Sat, 30 Jan 2021 11:23 PM (IST) Updated:Sat, 30 Jan 2021 11:23 PM (IST)
दसवें महीने में ही कोरोना का हुआ 'दसवां'
दसवें महीने में ही कोरोना का हुआ 'दसवां'

चंद्रशेखर यादव, औरैया: जनपदवासियों की सक्रियता व आत्मविश्वास का ही परिणाम है कि आज जिला कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गया है। पिछले वर्ष चार अप्रैल को दिल्ली से लौटे चार जमाती कोरोना संक्रमित पाए गए थे। चार मरीज मिलने के बाद जिले में चारो ओर खौफ सा हो गया था। दसवें माह का अंतिम दिन आते- आते जिला एक संक्रमण मुक्त हो चुका है। कह सकते हैं, टीकाकरण होते ही और कोरोना का दसवां भी हो गया। जिले के कोविड एल-2 अस्पताल में अब सभी बेड खाली पड़े हैं।

जिले के कोरोना योद्धाओं ने जो ठान लिया, वह कर भी दिखाया। उनके जज्बे के आगे कोरोना वायरस हार गया। जिले में अब एक भी कोरोना संक्रमित मरीज नहीं है। कोविड एल-2 पहले ही खाली हो चुका है। अब होम आइसोलेशन में भी मरीजों की संख्या शून्य हो गई है। रविवार को आई जांच रिपोर्ट में भी कोई नया मरीज नहीं मिला है। जिले में विदेश से 65 लोग लौटे, लेकिन किसी में भी संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई।

एक समय था हर जगह कोरोना का खौफ था। चार अप्रैल को एक साथ चार लोग संक्रमित हुए तो जिले भर में सनसनी फल गई थी। इसके बाद मरीज बढ़ते ही गए। संक्रमण से जिले 46 लोगों की मृत्यु भी हो चुकी है। लेकिन,टीकाकरण के बाद अब जिले के अस्पताल खाली हो चुके हैं। होम आइसोलेशन पर भी अब मरीजों की संख्या शून्य हो गई है। केजीएमयू लखनऊ और रिम्स सैफई में भर्ती दो अन्य मरीजों की रिपोर्ट भी निगेटिव आ गई है। जनपद में पिछले दस दिन से तो एक भी मरीज नहीं मिला है। कांट्रैक्ट ट्रेसिग से बनी बात

जिला सर्विलासं अधिकारी डॉ. शिशिर पुरी ने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमण से निजात पाने के लिए जिला प्रशासन ने कांट्रैक्ट ट्रेसिग पर सबसे अधिक जोर दिया। संक्रमित मिलने पर रैपिड रिस्पांट टीम की तुरंत ही नौके पर सैंपल लेती रही। इसके जिन लोगों के सैंपल लिए उनके संपर्क के लोगों के सैंपल लेते रहे। जिससे संक्रमण की चेन पकड़ में आती जाती थी। इस तरह से प्रयास अब संक्रमण शून्य हो गया है।

फैक्ट फाइल

होम आइसोलेशन पूर्ण कर चुके रोगी: 2687

कुल रेफर हुए मरीज : 13

कुल डिस्चार्ज हुए रोगी : 766

कुल व्यक्तियों के लिए गए सैंपल: 180182

कुल लिए गए सैंपल : 211831

अब तक कुल मृतक : 46

अब तक चिहित हाटस्पाट : 837 जिसमें तीन एक्टिव

सैंपलिग को लेकर रणनीति :

जिले में कुल रैपिड रिस्पांस टीम: 15

मेडिकल मोबाइल यूनिट : 02

सैंपल के लिए जिओ टैग केंद्र : 09

अप्रैल - 13 (प्रतिदिन - 0.43) मरीज।

मई - 19 (प्रतिदिन - 0.61) मरीज।

जून - 75 (प्रतिदिन - 2.50) मरीज।

जुलाई - 263 (प्रतिदिन - 8.48) मरीज।

अगस्त - 765 (प्रतिदिन - 25.50) मरीज।

सितम्बर - 1134 (प्रतिदिन - 37.88) मरीज।

अक्टूबर - 506 (प्रतिदिन - 16.32) मरीज।

नवम्बर - 485 (प्रतिदिन - 16.16) मरीज।

दिसम्बर - 220 (प्रतिदिन - 7.09) मरीज।

जनवरी - 50 (प्रतिदिन - 1.66) मरीज

जिले में 46 संक्रमितों की मौत हो चुकी है जिसमें संक्रमितों की मृत्युदर 1.6 है। क्या बोले जिम्मेदार:

कोविड वैक्सीनेशन चल रहा है। जिले के निवासी दो मरीज है जिनका इलाज सैफई व केजीएमयू में चल रहा है जिनकी रिपोर्ट भी निगेटिव आ चुकी है उनका अन्य बीमारियों का इलाज चल रहा है। जो पोर्टल से अभी नहीं हटाए गए हैं। जिले में अब कोई भी सक्रिय मरीज नहीं है। होम आइसोलेशन में भी मरीजों की संख्या शून्य हो चुकी है। वैक्सीन के आते ही जिला कोरोना संक्रमण मुक्त हो गया है। फिर भी हमें अभी पहले की तरह एहतियात बरतना चाहिए। घर से निकलने पर मॉस्क जरुर लगाएं।

डॉ. अर्चना श्रीवास्तव, सीएमओ महामारी का वह मंजर आज भी लोग भूले नहीं हैं। इस संकट में कोरोना योद्धाओं ने जमकर मेहनत की जिससे आज कोरोना हार गया है और योद्धा जीत गए हैं। फिर भी संक्रमण से बचाव के लिए नियमों का पालन करना है।

डॉ. सरफराज आलम अंसारी, महामारी रोग विशेषज्ञ जिले में कोरोना संक्रमण को लेकर पहला सैंपल विदेश से लौटी युवती का लिया गया था। इसके बाद लगातार लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं। लेकिन अब नए रोगी नहीं मिल रहे हैं। जिले में संक्रमण हार गया है और योद्धा चैंपियन हो गए हैं।

डॉ. शिशिर पुरी, जिला सर्विलांस अधिकारी

chat bot
आपका साथी