मकान की दीवार भरभरा कर गिरी

जागरण संवाददाता औरैया लगातार हो रही बारिश के चलते शहर के मोहल्ला रुहाई में एक मक

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 11:35 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 11:35 PM (IST)
मकान की दीवार भरभरा कर गिरी
मकान की दीवार भरभरा कर गिरी

जागरण संवाददाता, औरैया: लगातार हो रही बारिश के चलते शहर के मोहल्ला रुहाई में एक मकान की दीवार गुरुवार शाम भरभरा कर गिर गई। इसमें गृहस्थी का सामान मलबे में दब गया। वहीं घटना में एक मासूम बाल-बाल बचा।

शहर के मोहल्ला रुहाई निवासी सौरभ दुबे पुत्र स्व. लखन लाल दुबे ने बताया कि गुरुवार की सुबह उसके मकान की दीवार जो कि गारा मिट्टी से बनी हुई थी। लगातार हो रही बरसात के चलते दीवार अचानक गिर पड़ी, जिससे उसकी गृहस्थी का सामान दबकर नष्ट हो गया। इसके साथ ही फास्ट फूड की हथठेली भी टूट कर नष्ट हो गई। पीड़ित ने बताया कि दीवार गिरने से उसका बच्चा मलबे में दबने से बाल-बाल बच गया। अयाना थाना क्षेत्र में ग्राम पंचायत फरिहा में राजकुमार पुत्र स्व. रामगोपाल का कच्चा मकान बारिश में गिर गया।

पात्रता सूची में नाम, फिर भी नहीं मिला पक्का मकान

जागरण संवाददाता, औरैया: प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत हर गरीब को पक्की छत देने की लक्ष्य भले ही कागजों में पूरा हो गया हो। लेकिन, अभी भी सैकड़ों पात्र लोग झोपड़ी में रहने को मजबूर हैं। मोहल्ला नरायनपुर निवासी करीब आधा दर्जन लोग ऐसे हैं, जिन्होंने योजना की शुरुआत हुई थी, तब आवेदन किया था। राजस्व टीम की जांच रिपोर्ट में उन्हें पात्र ठहराया गया, सूची में नाम भी शामिल कर लिया गया। लेकिन पक्की छत की चाहत अभी तक पूरी नहीं हो सकी। अभी भी उन्हें छप्पर में गुजारा करना पड़ रहा है।

रामवती पत्नी स्व.अगनू प्रसाद का कहना है कि योजना शुरू हुई थी, तब आवेदन किया था। पात्रता सूची में नाम भी है, जांच भी हो चुकी है। अभी तक कोई किश्त जारी नहीं हुई। एक कच्चा कमरा बना था जिसमें गुजारा कर रही थीं। अब वह भी गिर गया है। छप्पर व मोमिया डालकर गुजर बसर कर रही हैं। बेटा बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर गुजारा कर रहा है। कुसमा पत्नी अजय कुमार ने बताया कि उनका नाम भी सूची में आ गया है। उन्हें अब तक प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला है। वह व उनके पति भट्टा पर मजदूरी करके गुजारा कर रहे हैं। बारिश के समय में पूरी रात टपकते पानी में गुजारनी पड़ती है। कई बार तहसील दिवस में भी प्रार्थनापत्र दिए, कोई सुनवाई नहीं हुई।

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