एंबुलेंस का चक्का जाम होने से हांफी स्वास्थ्य सेवाएं
जागरण संवाददाता औरैया बीते चार दिनों से एंबुलेंस कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश के नेतृत्व में
जागरण संवाददाता, औरैया: बीते चार दिनों से एंबुलेंस कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश के नेतृत्व में जिला कमेटी के पदाधिकारियों का धरना प्रदर्शन सोमवार को भी जारी रहा। 38 में 33 एंबुलेंस सौ शैय्या जिला चिकित्सालय के बाहर खड़ी रहीं। कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर अपनी जायज मांगों को लेकर आवाज बुलंद की। आंदोलनरत पदाधिकारियों का कहना है कि आम जनमानस को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। पांच गाड़ियां इमरजेंसी सेवा के लिए कार्यरत हैं। उधर, हड़ताल का असर स्वास्थ्य सेवाओं पर देखने को मिला। मरीज परेशान नजर आए।
संघ के जिलाध्यक्ष सतीश यादव का कहना है कि समस्त एएलएस और 108 व 102 के कर्मचारियों की जायज मांगों पर सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है। ठेका प्रथा का अंत होना बहुत जरूरी है। वरना हम कर्मचारियों का शोषण नहीं रुक सकेगा। बिना कारण बताए कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर देना, स्थानांतरण कर देना। इस पर कोई अंकुश नहीं है। कर्मचारियों के परिवार नहीं है, बच्चों की शिक्षा दीक्षा भी इन हालातों में प्रभावित होती है। प्रदेश नेतृत्व की एनएचआरएम में बैठक चल रही है। अवनीश कटियार, विपिन कुमार, संजीव कुमार आदि शामिल हुए।
--------------
मृतक के स्वजन को नहीं मिली कोई सहायता:
छह माह पहले दुर्घटना में मृत कर्मचारी अश्वनी तिवारी निवासी बरीपुरा थाना बकेवर जिला इटावा के स्वजन को अभी तक कोई भी सहायता राशि न सरकार से और न ही कंपनी से प्राप्त हुई है। जबकि जीवीके ईएमआरआइ कंपनी से कर्मचारी का 20 लाख रुपये का बीमा होता है। अंतिम संस्कार के लिए सिर्फ 20 हजार रुपये कंपनी से दिए गए। इसके बाद कुछ भी सहायता नहीं मिली है। हम संगठन के पदाधिकारियों ने मिलकर 51 हजार रुपये की सहायता मृतक के स्वजन को प्रदान की।
----------------
जारी है इमरजेंसी एंबुलेंस सेवाएं:
हड़ताल के समय किसी भी विषम परिस्थिति में सीएमएस व सीएमओ के आदेशानुसार पांच एंबुलेंस अपनी सेवा देने के लिए तत्पर हैं। इनमे एक गाड़ी सौ शैय्या जिला अस्पताल, एक-एक एंबुलेंस सीएचसी अजीतमल, बिधूना, दिबियापुर व 50 शैय्या संयुक्त जिला चिकित्सालय पर तैनात है। सोमवार को सौ शैय्या से दो मरीजों को सैफई लेकर एंबुलेंस गई। हालांकि पहले से एंबुलेंस कम होने से कुछ जगहों पर दिक्कत रही।