सर्दी से जतन के आधे-अधूरे इंतजाम कागजों में पूरे

जागरण टीम औरैया भटकते मवेशियों को सुरक्षित छत व चारा पानी की व्यवस्था कराए जाने के लि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 06:16 PM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 06:16 PM (IST)
सर्दी से जतन के आधे-अधूरे इंतजाम कागजों में पूरे
सर्दी से जतन के आधे-अधूरे इंतजाम कागजों में पूरे

जागरण टीम, औरैया: भटकते मवेशियों को सुरक्षित छत व चारा पानी की व्यवस्था कराए जाने के लिए सरकार फिक्रमंद है। इसके लिए समय-समय पर निर्देश दिए जाते हैं। जिले में संचालित हो रही करीब 43 गोशालाओं को किसान उत्पादक संगठन (कृषक उत्पादक कंपनी), गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) व स्वयं सहायता समूहों के हाथों में दिया गया है। कुछ सचिव व ग्राम प्रधानों के लापरवाह रवैये को देखते हुए तीन माह पूर्व यह व्यवस्था अपनायी गई थी। लेकिन सुविधाओं व सुरक्षा की दिशा में कार्य का ढर्रा नहीं बदला। बदल चुके मौसम व लुढ़कते तापमान के बाद भी असहायों की चिता नहीं की जा रही है। इसकी बानगी बिधूना, सहायल, फफूंद आदि ब्लाकों में शनिवार को देखने को मिली।

गुरुवार की रात जिले में बूंदाबांदी के बाद से सर्दी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। ऐसे में गो-आश्रय स्थलों व गोशालाओं में मवेशियों को सुरक्षित करने के जतन पर जोर नहीं दिया जा रहा है। शुक्रवार को बिधूना तहसील की पंचायत बसई की अस्थाई गोशाला में एक बीमार गाय ने उपचार के अभाव से दम तोड़ दिया। अधिकारी कागजों में उसे ठीक बताते रहे। जबकि गाय की मौत से ठीक एक दिन पूर्व खंड विकास अधिकारी मुनीष कुमार पहुंचे थे। उन्हें सब ठीक मिला था। वर्तमान में इस गोशाला से मवेशियों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा। सहार विकासखंड की करचला गोशाला में सर्दी को लेकर खानापूर्ति वाली तस्वीर शनिवार को दिखी। यहां मवेशियों को सर्दी से बचाने के लिए टीनशेड का निर्माण तो कराया गया लेकिन तिरपाल आधी-अधूरी डाली गई। फफूंद भाग्यनगर विकासखंड की ग्राम पंचायत तरई के पूर्वा गंगू गांव स्थित गोशाला में भी यह तस्वीर दिखी। 232 मवेशियों की देखरेख में आठ सेवादार रहे। सर्दी से जतन के लिए एक टीनशेड पर तिरपाल डली मिली। ग्राम पंचायत जैतापुर में गांव मिर्जापुर बैरमशाह में संचालित गोशाला के अलावा अन्य गो-आश्रय स्थल व गोशालाओं में यह कमियां हैं। बावजूद ढर्रा नहीं बदल रहा।

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बोले जिम्मेदार.

गोशालाओं में मवेशियों को सर्दी से बचाने के लिए तिरपाल व पालीथीन से टीनशेड कवर करने के निर्देश सचिव व बीडीओ को दिए गए हैं। इसके बाद भी यदि कहीं लापरवाही या मनमानी की जा रही तो औचक निरीक्षण करते हुए कार्रवाई की जाएगी।

-सुनील कुमार वर्मा, जिलाधिकारी

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