आक्सीजन कंसंट्रेटर के नाम पर 67500 रुपये की ठगी

संवाद सहयोगी अजीतमल कोरोना पीड़ित मां को आक्सीजन दिलाए जाने के नाम पर उसके बेटे से मयूर

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 11:30 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 11:30 PM (IST)
आक्सीजन कंसंट्रेटर के नाम पर 67500 रुपये की ठगी
आक्सीजन कंसंट्रेटर के नाम पर 67500 रुपये की ठगी

संवाद सहयोगी, अजीतमल: कोरोना पीड़ित मां को आक्सीजन दिलाए जाने के नाम पर उसके बेटे से मयूर विहार दिल्ली की एक आक्सीजन कंसंट्रेटर ने हजारों रुपये की ठगी कर ली। सुविधा न मिलने पर पीड़ित ने सोशल नेटवर्किंग साइट पर जारी विज्ञापन में दर्ज मोबाइल फोन नंबर से संपर्क किया तो वह स्वीच ऑफ मिला। इस पर उसे संदेह हुआ। इसके बाद उसने सोमवार को अजीतमल कोतवाली पुलिस को बताई। पीड़ित का कहना है कि उसने पुलिस की साइबर सेल से भी शिकायत की है।

अजीतमल कस्बा के मोहल्ला आर्यनगर निवासी प्रत्यूष पोरवाल पुत्र सत्येंद्र नारायण की मां अप्रैल के अंतिम सप्ताह में कोरोना पॉजिटिव हो गई थीं। चिकित्सकों की सलाह पर उसने अपनी मां को होम आइसोलेट किया था। आक्सीजन की कमी महसूस होने पर उसने इधर-उधर कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। आक्सीजन की जरूरत को पूरा करने के लिए उसने सोशल नेटवर्किंग साइट पर आक्सीजन कंसंट्रेटर के लिए सर्च करना शुरू कर दिया। इसी दौरान साइट पर यूनिवर्सल कम्यूनिकेशन आक्सीजन कंसंट्रेटर मयूर बिहार (दिल्ली) का उसने विज्ञापन देखा। इसका डाइरेक्टर ऋषि गोयल था। साइट पर मिले मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो उससे 67 हजार पांच सौ रुपये में आक्सीजन होम डिलीवरी की बात कही गई। 15 मई को 12 हजार पांच सौ, 16 मई को 35 हजार व 17 मई को 20 हजार रुपये उसने किश्तों में आनलाइन बताए गए बैंक खातों में जमा किया। इसके बाद ऋषि गोयल ने जीएसटी के नाम पर उससे और रुपये की डिमांड की। इस बीच उसने पहले आक्सीजन मुहैया कराने

की बात की। जिस पर वह और मांगे गए 22 हजार रुपये खाता में जमा करने की बात फोन पर कहने लगा। शक होने पर पीड़ित प्रत्यूष ने स्वजन व अपने दोस्तों को जानकारी दी। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राम सहाय का कहना है कि साइबर सेल के तहत ठगी का मामला है। मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। पीड़ित से उसकी मां की सेहत के बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि वह स्वस्थ हैं।

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