लद्दाख की चोटी फतेह, अब माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई का लक्ष्य
जागरण संवाददाता औरैया दृढ़ संकल्प के बूते ही ऊंचा मुकाम हासिल कर सकते हैं। इसे साबित क
जागरण संवाददाता, औरैया : दृढ़ संकल्प के बूते ही ऊंचा मुकाम हासिल कर सकते हैं। इसे साबित कर दिखाया सहार विकासखंड के गांव सिखु पोस्ट बेल्हूपुर निवासी सुबोध भदौरिया ने। सरकारी बैंक में कैशियर सुबोध ने इसी साल अगस्त में लद्दाख में 6,200 मीटर (23,684 फीट) ऊंची कांग यास्ते चोटी पर फतह हासिल की। इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश की 5,289 मीटर ऊंची माउंट फ्रेंडशिप चोटी पर कामयाबी का झंडा फहराया। अब उनकी तमन्ना माउंट एवरेस्ट की चोटी छूने की है।
सिखु गांव निवासी सुबोध का दिबियापुर के विकास कुंज में आवास है। उनके पिता जगदेव सिंह शिक्षक पद से सेवानिवृत्त थे। यहां मां देवांगना रहती हैं। सुबोध करीब छह साल से मुंबई में केनरा बैंक में कार्यरत हैं। एक टूर्नामेंट की तैयारी के लिए खिलाड़ियों की फिटनेस ट्रेनिग ड्रिल के लिए उन्हें चयनित किया गया। खेलकूद में बचपन से रुचि होने की वजह से उन्होंने इसे सहजता से स्वीकार कर लिया। ट्रेनिग के दौरान पहाड़ियों पर एक ट्रैक के लिए गए और पहाड़ों के जीवन से लगाव समय के साथ बढ़ता ही गया। उन्होंने 'पहाड़ों के दिन' नामक हिदी कविता भी लिखी है।
सुबोध ने बताया कि उन्होंने जवाहर इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एंड विंटर स्पोर्ट्स पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) से बेसिक शिक्षा ली। इसके बाद एडवांस ट्रेनिग की। मोबाइल फोन से हुई बातचीत में उन्होंने उपलब्धियां बताते हुए कहा कि अब अगला लक्ष्य माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई का है।
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ये उपलब्धियां भी हैं नाम
- स्टोक कांगड़ी लद्दाख, बीसी राय पीक सिक्किम (18000 फीट)
- डीजेओ लद्दाख ( 20300 फीट)
- फ्रेंडशिप पीक (17350 फीट)।